केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और विशेष कमांडो बल के विशेष रूप से प्रशिक्षित 10 श्वानों का दस्ता अगले सप्ताह शुरू हो रहे पेरिस ओलंपिक के विभिन्न आयोजन स्थलों पर आतंकवाद विरोधी और विध्वंसक गतिविधियां विरोधी सुरक्षा मुहैया कराने के लिए फ्रांस में है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
एक सुरक्षा अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि दस भारतीय के9 (श्वान) दस्ता पेरिस ओलंपिक के विभिन्न आयोजन स्थलों पर गश्त करेगा। भारत और फ्रांस सरकार के बीच अपनी तरह के इस पहले सहयोग के लिए इन कुत्तों को 10 सप्ताह का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
इस दस्ते में शामिल कुत्तों और उनके प्रशिक्षकों को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) जैसे केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) और असम राइफल्स से चुना गया है।
अधिकारी ने बताया कि ये कुत्ते क्रूर दिखने वाले बेल्जियाई मैलिनोइस नस्ल के हैं, जो नक्सल और आतंकवाद विरोधी अभियानों और जवाबी कार्रवाई में बम, इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) और समस्या पैदा करने वालों का पता लगाने के लिए गश्त करते हैं।
इस दस्ते में सीआरपीएफ का पांच वर्षीय कुत्ता ‘वास्ट’ और तीन वर्षीय ‘डेन्बी’ शामिल है।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि उन्हें बेंगलुरु के समीप तरालु में स्थित सीआरपीएफ श्वान प्रजनन और प्रशिक्षण स्कूल में कड़ी परीक्षा के बाद इस कार्य के लिए चुना गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘बेल्जियाई मैलिनोइस नस्ल को दुनियाभर में सुरक्षाबलों का सबसे पसंदीदा लड़ाकू कुत्ता माना जाता है।’’
यह प्रजाति उस वक्त सुर्खियों में आयी थी जब बताया गया था कि इस नस्ल के कुत्तों ने 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन के ठिकाने को ढूंढने में अमेरिकी विशेष बलों की मदद की थी।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया में आयी खबरों के अनुसार, फ्रांस 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए हर दिन करीब 30,000 पुलिस अधिकारियों को तैनात कर रहा है और सीन नदी पर उद्घाटन समारोह के लिए 45,000 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया जाएगा।
खबरों के अनुसार, करीब 18,000 सैन्य कर्मी भी सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
ओलंपिक खेलों में 117 एथलीट भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।