माकपा ने मणिपुर में हिंसा पर काबू पाने के लिए केंद्र के हस्तक्षेप की मांग की

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मणिपुर के हालात पर सोमवार को चिंता जताई और हिंसा समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार के हस्तक्षेप की मांग की।

माकपा पोलित ब्यूरो ने यहां जारी एक बयान में मणिपुर में बिगड़ते हालात के लिए मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को जिम्मेदार ठहराया।

माकपा ने कहा, ‘‘मणिपुर में जातीय आधार पर एक दूसरे पक्षों के लोगों की हत्याओं के कारण हिंसा बढ़ने से गंभीर स्थिति पैदा हो गई है। सात नवंबर से अब तक अनेक घटनाओं में 20 लोग मारे जा चुके हैं।’’

पार्टी ने कहा कि हाल में महिलाओं और बच्चों के पांच शव मिलने से घाटी में हालात और बिगड़ गए जिन्हें पहले अगवा कर लिया गया था।

माकपा ने सवाल किया कि बीरेन सिंह को मुख्यमंत्री के पद पर क्यों रहने दिया गया है।

पार्टी ने कहा, ‘‘शुरुआत से ही बिगड़ते हालात के लिए मुख्यमंत्री बीरेन सिंह जिम्मेदार थे। फिर भी केंद्र सरकार और सत्तारूढ़ दल भाजपा ने उन्हें हटाने से इनकार कर दिया और उन्हें पद पर बने रहने दिया।’’

वामपंथी दल ने कहा कि अब ऐसे हालात बन गए हैं जहां राज्य सरकार और प्रशासन का नियंत्रण नहीं रह गया है और केंद्र सरकार को हिंसा पर तत्काल रोक लगाने के लिए मजबूती से हस्तक्षेप करना होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘एक राजनीतिक समाधान के लिए भी गंभीर प्रयास होने चाहिए जिसमें राज्य में सभी जातीय समुदायों के अधिकारों की सुरक्षा हो और शांति बहाल हो।’’

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