नई दिल्ली — दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके से लेकर बिहार चुनाव के एग्जिट पोल तक, राजनीतिक हलकों में प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है।
भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा —
“यह एक नई तरह की आतंकवादी सोच की शुरुआत है, जिसे ‘व्हाइट कॉलर टेररिज्म’ कहा जा सकता है। यह इस्लामिक जिहाद जैसा ही है — ‘इस्लामिक व्हाइट कॉलर टेररिज्म’। दिन में ये लोग डॉक्टर बनकर मरीजों की सेवा करते हैं और रात में बड़े आतंकी संगठनों के लिए काम करते हैं।”
उन्होंने कहा कि यह स्थिति बेहद चिंताजनक है।
“हमारी एजेंसियों ने तुरंत जांच शुरू कर दी है। आतंकी उमर ने पकड़े जाने के डर से खुदकुशी कर ली। केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह एक बड़ी आतंकी साजिश थी, जिसमें 3,600 किलो विस्फोटक जब्त किए गए। यह हमारी एजेंसियों की बड़ी सफलता है।”
शाहदेव ने आगे कहा कि यह केंद्र सरकार की सख्त और मजबूत नीति का परिणाम है कि एक बड़ा आतंकी हमला रोका जा सका, हालांकि निर्दोष लोगों की जान जाना बेहद दुखद है।
दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी के नेता उदयवीर सिंह ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा —
“इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष और गहराई से जांच होनी चाहिए। जो भी दोषी पाए जाएं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। सरकार को यह भी देखना होगा कि बार-बार ऐसी घटनाएं क्यों होती हैं, और खुफिया एजेंसियों की सूचना व्यवस्था में खामियां कहां हैं।”
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस और दीर्घकालिक कदम उठाने होंगे।
इसी बीच, बिहार विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल को लेकर भी उदयवीर सिंह ने प्रतिक्रिया दी।
“लोग अपनी भावनाओं के अनुसार देख रहे हैं। पिछली लोकसभा चुनाव में भी सर्वे गलत साबित हुए थे। मौजूदा माहौल देखकर साफ लग रहा है कि बिहार में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में इंडिया ब्लॉक की सरकार भारी बहुमत से बनेगी।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि लाल किला धमाका और बिहार के चुनावी माहौल — दोनों ही राष्ट्रीय राजनीति में बड़ा असर डाल सकते हैं।
