बॉलीवुड के ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र नहीं रहे, 89 वर्ष की उम्र में निधन

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का सोमवार को 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और सांस लेने में दिक्कत का सामना कर रहे थे। पिछले कई महीनों से उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता जा रहा था। सोमवार सुबह उनकी हालत और गंभीर हो गई, जिसके बाद उन्होंने अंतिम सांस ली।

धर्मेंद्र के निधन की खबर फैलते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। बॉलीवुड के दिग्गज कलाकारों और उनके प्रशंसकों ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया। कई लोगों ने उनके निधन को ‘एक युग का अंत’ बताया।

धर्मेंद्र का करियर लगभग छह दशकों तक चला। 1960 में फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से डेब्यू करने वाले धर्मेंद्र ने भारतीय सिनेमा को अनेक सुपरहिट और क्लासिक फिल्में दीं। ‘शोले’, ‘फूल और पत्थर’, ‘सीता और गीता’, ‘यादों की बारात’, ‘खामोशी’, ‘अनुपमा’, ‘तुम हसीन मैं जवां’ और ‘हकीकत’ जैसी फिल्मों में उनके दमदार अभिनय ने उन्हें दर्शकों के दिलों में अमर बना दिया। उन्हें बॉलीवुड का ‘ही-मैन’ कहा जाता था।

सिनेमा के साथ-साथ धर्मेंद्र ने राजनीति में भी कदम रखा था। वर्ष 2004 में वे बीकानेर से लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने। हालांकि राजनीति का माहौल उन्हें रास नहीं आया और 2009 में उन्होंने राजनीति को अलविदा कह दिया। कई इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि राजनीति उनके स्वभाव और सोच के अनुरूप नहीं थी।

उनके परिवार में पत्नी और सांसद हेमा मालिनी, अभिनेता बेटे सनी देओल और अन्य परिवारजन हैं। धर्मेंद्र के निधन से देओल परिवार समेत पूरा फिल्म उद्योग स्तब्ध है।

धर्मेंद्र को 2012 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। अभिनय, व्यक्तित्व और सादगी के लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे।