घटना का विवरण
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सोमवार देर शाम सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में सेना के एक अधिकारी समेत 4 जवान शहीद हो गए हैं। इस घटना के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख से बात की और आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
रक्षा मंत्री की प्रतिक्रिया
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, “उरार बग्गी, डोडा (जम्मू-कश्मीर) में आतंकवाद विरोधी अभियान में हमारे बहादुर और साहसी भारतीय सेना के जवानों की शहादत से बहुत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। राष्ट्र हमारे उन सैनिकों के परिवारों के साथ मजबूती से खड़ा है जिन्होंने कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।”
मुठभेड़ का विस्तार
सोमवार को देसा वन क्षेत्र के धारी गोटे उरबागी में संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू हुआ। आतंकवादियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन सेना के जवानों ने उनका पीछा किया। रात करीब नौ बजे फिर से गोलीबारी हुई जिसमें 5 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। मंगलवार को इनमें से एक अधिकारी और 4 जवान शहीद हो गए।
आतंकवादियों का संगठन
डोडा में हुए इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स नाम के संगठन ने ली है। यह संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सहयोगी समूह है। इसी संगठन ने कठुआ में हुए आतंकी हमले की भी जिम्मेदारी ली थी, जिसमें सेना के 5 जवान शहीद हुए थे।
सरकार की कार्रवाई
घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए सरकार अब सख्त एक्शन के मूड में नजर आ रही है। रक्षा मंत्री ने सेना प्रमुख को आतंक के खिलाफ कार्रवाई के लिए खुली छूट दे दी है। क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिक भेजे गए हैं और आतंक के खिलाफ अभियान जारी है।
निष्कर्ष
यह घटना सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी चुनौती है, लेकिन सरकार और सेना आतंकवाद को खत्म करने और क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जनता और शहीद जवानों के परिवारों के साथ राष्ट्र मजबूती से खड़ा है।