प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 82.53 किलो कोकीन की जब्ती से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में बड़ा ऑपरेशन चलाते हुए दिल्ली-NCR और जयपुर के पांच ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई।
ईडी के दिल्ली क्षेत्रीय कार्यालय ने बताया कि यह तलाशी अभियान एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क की जांच का हिस्सा है। शुक्रवार को की गई छापेमारी में एजेंसी ने:
छापे में क्या मिला?
₹70 लाख की नकदी जब्त
महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण
फाइनेंशियल रिकॉर्ड
110 म्यूल बैंक खाते फ्रीज, जिनमें
73 खाते UPI ID और डिजिटल वॉलेट से जुड़े
ये सभी ऑनलाइन सट्टेबाजी व जुए के लेनदेन में उपयोग किए जा रहे थे
जांच के दौरान ईडी को मोबाइल एप्लिकेशन आधारित एक बड़े ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुआ नेटवर्क का भी पता चला।
इसके अलावा, डिजिटल साक्ष्यों से पता चला कि ड्रग मनी के लेनदेन के लिए दुबई स्थित क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट का इस्तेमाल किया जा रहा था, जिससे वैश्विक नेटवर्क के तार जुड़े होने की संभावना और मजबूत हुई।
यह पूरा मामला नवंबर 2024 में NCB द्वारा 82.53 किलो कोकीन की रिकॉर्ड जब्ती से जुड़ा है। इस कार्रवाई के बाद एनसीबी ने कई व्यक्तियों और संस्थाओं सहित अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
ईडी ने कहा कि यह अभियान नारकोटिक्स कार्टेल और डिजिटल मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क को सपोर्ट करने वाले वित्तीय तंत्र को खत्म करने के निरंतर प्रयासों का हिस्सा है।
जांच एजेंसी अब अन्य लाभार्थियों की पहचान और अपराध की आय से अर्जित संपत्तियों का पता लगाने में जुटी है।
