उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने केदारनाथ धाम और उसके आसपास के क्षेत्रों में गंभीर स्थिति पैदा कर दी है। मंदाकिनी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और भीम बली में बादल फटने की घटना से स्थिति और भी खराब हो गई है। रेस्क्यू टीमें मौके पर तैनात हैं और प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं।
केदारनाथ धाम की स्थिति
केदारनाथ धाम में मंदाकिनी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने से खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन रोक दिया गया है। भीम बली के गदेरे में बादल फटने के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग का करीब 30 मीटर हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
रेस्क्यू ऑपरेशन
भारी मलबा और बोल्डर गिरने से 150-200 यात्री वहां फंसे हुए हैं। हादसे के बाद पैदल मार्ग पर आवाजाही बंद कर दी गई है। भीम बली में फंसे तीर्थ यात्रियों को निकालने का काम तेजी से किया जा रहा है। गौरीकुंड में भी नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण गौरी माई मंदिर और पार्किंग को खाली करवा दिया गया है।
प्रशासन की तैयारी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज जनपद रुद्रप्रयाग में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। बचाव और राहत कार्यों की समीक्षा भी की जाएगी। प्रशासन ने सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं और आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है।
अन्य प्रभावित क्षेत्र
रुद्रप्रयाग में देर रात हुई भारी बारिश के चलते सोनप्रयाग मुख्य बाजार से तकरीबन 1 किलोमीटर आगे सड़क का काफी हिस्सा नदी के कटाव एवं पहाड़ी दरकने से बह गया। घटना के बाद एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस को मौके पर तैनात कर दिया गया है।
जनहानि और अन्य नुकसान
घनसाली विधानसभा क्षेत्र के जखन्याली में नौताड़ गदेरे में बादल फटने से एक ही परिवार के तीन लोगों के लापता होने की खबर थी। जिनमें दो लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं और एक व्यक्ति घायल मिला है। मृतक पति-पत्नी हैं जबकि घायल उनका बेटा बताया जा रहा है।
उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण सभी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और पहाड़ से लेकर मैदान तक सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है। मौसम विभाग ने नैनीताल, उधम सिंह नगर, चंपावत में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है और देहरादून, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।