क्या आप जानते हैं कि भारत में सबसे ज़्यादा लकड़ी किस काम के लिए काटी जाती है?
न तो फर्नीचर, न ही भवन निर्माण।
Environmental Scanning Report :
सबसे ज़्यादा लकड़ी सरकार के लिए कटती है — और वह भी सिगरेट उद्योग को बेचने के लिए।
सिगरेट बनाने के लिए चाहिए बेहतरीन लकड़ी
सिगरेट के निर्माण में जो कागज लपेटा जाता है, वह साधारण नहीं होता।
यह कागज सबसे उच्च गुणवत्ता वाली लकड़ी से बनता है, जो सीधे जंगलों से आती है।
🟤 1 पेड़ = 500 सिगरेट
विशेषज्ञों के अनुसार,
अगर 500 सिगरेट तैयार की जाती हैं और उन्हें पैक किया जाता है, तो एक पूरा पेड़ कट जाता है।
अब कल्पना कीजिए —
भारत में हर साल करोड़ों सिगरेट बनाई जाती हैं,
इसका मतलब है कि हर साल करोड़ों पेड़ सिर्फ इस जानलेवा नशे के लिए काटे जाते हैं।
🌫️ धुएं में घुलता पर्यावरण और स्वास्थ्य
- लाखों लोग कैंसर और सांस संबंधी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं
- देश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर भारी आर्थिक बोझ पड़ता है
- जंगलों की कटाई से जलवायु परिवर्तन को बल मिलता है
- वायुमंडल में प्रदूषण और जहरीले तत्व बढ़ते हैं
⚠️ सरकार का दोहरा रवैया?
क्या सरकार इन सब बातों से अनजान है?
नहीं।
सरकार खुद ही इन लकड़ियों की नीलामी करती है — और खरीदार होती हैं सिगरेट कंपनियां।
फिर वही सरकार टीवी और फिल्मों में “सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है” जैसे संदेश देकर पाखंड करती है।
अगर वास्तव में चिंता होती, तो इस व्यापार को नीतिगत रूप से रोका जाता।
🧭 समाज को चाहिए सजगता, सरकार को चाहिए जवाबदेही
यह केवल एक स्वास्थ्य का मुद्दा नहीं है,
बल्कि एक पर्यावरणीय संकट, नैतिक सवाल और नीति की विफलता भी है।
हमें सिगरेट ही नहीं,
इस पूरे तंत्र पर सवाल उठाने की जरूरत है।
🔗 Related Links :
- WHO की रिपोर्ट: सिगरेट से हर साल मरते हैं लाखों भारतीय
- पर्यावरण मंत्रालय की रिपोर्ट: जंगलों की कटाई और औद्योगिक उपयोग
- सिगरेट कंपनियों पर भारत में सरकारी रुख