पीटीआई, वाशिंगटन। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में बंधक बनाए गए लोगों को लेकर हमास को स्पष्ट अल्टीमेटम दे दिया है। उन्होंने चेतावनी में कहा है कि अगर सभी बंधकों को उनके शपथ ग्रहण तक रिहा नहीं किया गया तो पश्चिम एशिया पर कहर बरपेगा। वह 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले हैं।
बता दें कि हमास ने सात अक्टूबर 2023 को इजरालय में बड़े पैमाने पर हमला किया था, जिसमें करीब 1200 लोग मारे गए थे और 250 से ज्यादा को बंधक बना लिया गया था। इनमें से करीब 100 लोग अब भी हमास के कब्जे में हैं, जिनमें कुछ अमेरिकी भी हैं।
पश्चिम एशिया में सबकुछ बिगड़ जाएगा
ट्रंप ने मंगलवार को फ्लोरिडा के मार-ए-लागो में पत्रकारों से कहा, ‘अगर बंधक वापस नहीं आए तो सब कुछ बर्बाद हो जाएगा। मैं आपकी बातचीत को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता। अगर वे मेरे पदभार ग्रहण करने तक वापस नहीं आएं तो पश्चिम एशिया में सब कुछ बिगड़ जाएगा।’
हमास के लिए अच्छा नहीं होगा: ट्रंप
वह अमेरिकी बंधकों की रिहाई पर हमास के साथ वार्ता की स्थिति पर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, ‘यह हमास के लिए अच्छा नहीं होगा और सच कहूं तो यह किसी के लिए भी अच्छा नहीं होगा। सब कुछ बर्बाद हो जाएगा। उन्हें बहुत पहले ही बंधकों को रिहा कर देना चाहिए था। सात अक्टूबर जैसा हमला कभी नहीं होना चाहिए था।’
ट्रंप ने हमास को 20 जनवरी तक सभी बंधकों को रिहा करने की चेतावनी दी। हालांकि ट्रंप ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि यदि बंधक रिहा नहीं किए गए तो वह क्या कार्रवाई करेंगे। सात अक्टूबार के हमले के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी में हमास के सफाए के लिए सैन्य अभियान चला रखा है। इसमें अब तक 46 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। बाइडन प्रशासन ने गाजा में संघर्ष विराम का असफल प्रयास किया था।
इजराइल-हमास में चल रही वार्ता
नेशनल पब्लिक रेडियो के अनुसार कतर में इस समय इजराइल और हमास के बीच वार्ता चल रही है, जिसमें अमेरिकी नागरिकों समेत बंधकों की रिहाई और संघर्ष विराम पर समझौता शामिल है। गाजा में 15 महीने से ज्यादा समय से संघर्ष जारी है। हमास के अलावा इजरायल हिजबुल्लाह से लेबनान में दो-दो हाथ कर चुका है। मगर वहां दोनों के बीच संघर्ष विराम लागू हो चुका है।