उत्तराखंड में हालात
उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। चमोली जिले के पातालगंगा लंगसी सुरंग के पास भूस्खलन के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। चमोली पुलिस ने भूस्खलन का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है, जिसमें पहाड़ से सैलाब की तरह मलबा गिरता नजर आ रहा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में कम से कम 200 अन्य सड़कों पर भी यातायात अवरुद्ध हो गया है।
हिमाचल प्रदेश की स्थिति
हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश के कारण 28 सड़कों पर यातायात प्रभावित हुआ है। शिमला, मंडी, कांगड़ा, किन्नौर और कुल्लू जिलों में हल्की बारिश हुई है, जिससे 28 सड़कों पर यातायात ठप हो गया है। इसके अलावा, बिजली के 32 ट्रांसफार्मर और 16 जलापूर्ति परियोजनाएं भी बंद हो गई हैं। शिमला में भारी बारिश, गरज और बिजली गिरने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले तीन से चार दिनों तक 17 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बिहार, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और मेघालय में अत्यधिक बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और गोवा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मध्य महाराष्ट्र और तटीय कर्नाटक में भी 12-14 जुलाई के दौरान भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
अन्य राज्यों की स्थिति
पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 11-13 जुलाई तक गरज और बिजली की चमक के साथ मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी गई है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पूर्वी राजस्थान समेत दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में अगले पांच दिनों तक तेज बारिश की संभावना है।
गोवा में बाढ़
गोवा में सुरंग में पानी भरने से कोंकण रेलवे मार्ग ठप हो गया है। इसके चलते कई ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं और कई के मार्ग बदले गए हैं।
असम में बाढ़ की स्थिति
असम में बाढ़ की स्थिति में कुछ सुधार हुआ है, लेकिन अभी भी 26 जिलों में 17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। बाढ़ से अब तक 84 लोगों की मौत हुई है, जबकि भूस्खलन और आंधी-तूफान में भी 13 लोगों की जान गई है। काजीरंगा नेशनल पार्क में बाढ़ से नौ गैंडे समेत कुल 159 जंगली जानवरों की जान जा चुकी है।
इस रिपोर्ट में उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति पर विस्तृत जानकारी दी गई है, जिसमें कई अन्य राज्यों में भी मौसम के प्रभाव का उल्लेख किया गया है। जनता को सतर्क रहने और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जाती है।