मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिसमें हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, और पश्चिमी राजस्थान जैसे राज्य शामिल हैं। इस मौसमीय बदलाव के कारण निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है, खासकर उत्तर प्रदेश और बिहार में, जहां कई नदियां उफान पर हैं।
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश:
आने वाले 24 घंटों में उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है। इन राज्यों में 10 से 14 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने बताया है कि सिरमौर, चंबा, शिमला, कुल्लू, और मंडी जिलों में हल्के से मध्यम स्तर के बाढ़ के खतरे की भी आशंका है। इन क्षेत्रों में बारिश के कारण कई सड़कों को बंद कर दिया गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
उत्तर प्रदेश और बिहार:
उत्तर प्रदेश और बिहार में 12 अगस्त तक बारिश जारी रहने की संभावना है। बिहार के कई जिलों में बागमती, गंडक, गंगा, कमला बलान, और कोसी जैसी प्रमुख नदियों का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। पटना के गांधी घाट में गंगा नदी का जल स्तर 48.60 मीटर तक पहुंच गया है। बागमती नदी भी मुजफ्फरपुर और गायघाट में 48.68 मीटर के खतरे के निशान को छू चुकी है। बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान अररिया, बांका, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, और समस्तीपुर जैसे जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना व्यक्त की है।
जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, और पश्चिमी राजस्थान:
जम्मू-कश्मीर, पंजाब, और हरियाणा में भी 10 अगस्त को भारी बारिश हो सकती है। पश्चिमी राजस्थान में 9 से 14 अगस्त के बीच तेज बारिश की संभावना जताई गई है। इस क्षेत्र में बारिश की गतिविधियां 9-10 अगस्त से बढ़ने की संभावना है, जिससे कुछ इलाकों में भारी बारिश का खतरा हो सकता है।
निष्कर्ष:
इस समय देश के कई हिस्सों में भारी बारिश के चलते बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। विशेष रूप से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, और बिहार में स्थिति गंभीर हो सकती है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा सतर्कता बरतने और उचित कदम उठाने की जरूरत है, ताकि संभावित नुकसान को कम किया जा सके। आम जनता को भी मौसम विभाग की सलाह का पालन करते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है।