बांग्लादेश में हिंसक झड़पों के मद्देनजर लगभग 6,700 भारतीय छात्र वहां से वापस लौट आए हैं। विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
बांग्लादेश में पिछले दिनों विवादास्पद नौकरी आरक्षण प्रणाली को समाप्त करने की मांग को लेकर शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन के दौरान हिंसक झड़पें हुईं जिनमें 120 से अधिक लोग मारे गए हैं।
ढाका से प्राप्त खबरों के अनुसार, बुधवार से समग्र स्थिति में सुधार हुआ है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘‘अब तक 6,700 भारतीय छात्र बांग्लादेश से वापस आ चुके हैं।’’
उन्होंने भारत के रुख को दोहराया कि वह बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति को उसका आंतरिक मामला मानता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम बांग्लादेश की स्थिति से अवगत हैं और वहां के घटनाक्रम पर करीबी नजर रख रहे हैं। भारत बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति को उसका आंतरिक मामला मानता है।’’
जायसवाल ने कहा, ‘‘बांग्लादेश सरकार के समर्थन और सहयोग से हम अपने छात्रों की सुरक्षित वापसी की व्यवस्था करने में सफल रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक करीबी पड़ोसी होने के नाते, जिसके साथ हमारे बहुत मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं, हमें उम्मीद है कि देश में स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी।’’
जायसवाल ने पिछले सप्ताह कहा था कि बांग्लादेश में भारतीय नागरिकों की कुल संख्या लगभग 15,000 है, जिनमें 8,500 छात्र शामिल हैं।