शंघाई में चल रहे Huawei Connect 2025 में कंपनी के रोटेटिंग चेयरमैन एरिक सू ने ऐसा ऐलान किया जिसने टेक दुनिया का ध्यान खींच लिया। सू ने कहा कि हुवावे अगले कुछ सालों में एआई चिप बाज़ार में एनवीडिया की बढ़त को चुनौती देने के लिए पूरी ताकत झोंक रहा है।
कंपनी का आइडिया दिलचस्प है। हुवावे अपने सुपरपॉड सिस्टम में करीब 15,500 तक Ascend प्रोसेसर जोड़ने की तैयारी कर रहा है। इन चिप्स को 1.2 टेराबिट प्रति सेकंड की तेज़ ईथरनेट और CXL मेमोरी टेक्नोलॉजी के साथ कनेक्ट किया जाएगा। आसान शब्दों में कहें तो कई प्रोसेसर मिलकर इतनी ताकतवर मशीन बनाएंगे जो अकेले एक चिप की कमी को पूरा कर सके।
इस पहल के पीछे सिर्फ़ तकनीकी महत्वाकांक्षा नहीं है। 2019 से अमेरिकी पाबंदियों ने हुवावे और बाकी चीनी कंपनियों के लिए पश्चिमी चिप्स तक पहुंच मुश्किल कर दी। यही दबाव अब उन्हें अपने दम पर नई तकनीक खड़ी करने की तरफ धकेल रहा है।
आज की तारीख में एनवीडिया एआई चिप्स का बादशाह है। उसके जीपीयू दुनियाभर के डेटा सेंटरों में धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहे हैं। हुवावे मानता है कि अकेले चिप की परफॉर्मेंस में वह अभी पीछे है, इसलिए वह ज्यादा प्रोसेसर जोड़कर सामूहिक ताकत बढ़ाने का रास्ता अपना रहा है।
टेक विशेषज्ञों का कहना है कि अगर हुवावे अपनी नेटवर्किंग और मेमोरी तकनीक को स्थिर और किफायती बना लेता है तो 2028 तक एआई चिप बाज़ार का खेल बदल सकता है। फिलहाल दुनिया यही देख रही है कि यह चीनी दांव एनवीडिया के लिए कितनी बड़ी चुनौती साबित होता है।