वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि भारत ने हमेशा खुद को एक जिम्मेदार राष्ट्र के रूप में देखा है, जो वैश्विक दक्षिण के हितों की परवाह करता है और उनका ख्याल रखता है।
वैश्विक दक्षिण समूह में मोटे तौर पर अफ्रीका और एशिया के विकासशील और सबसे कम विकसित देश शामिल हैं।
गोयल ने यह भी कहा कि दुनिया के सभी लोगों का कल्याण हर देश की सामूहिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम मानते हैं कि हम दुनिया के हर देश के दोस्त बनना चाहेंगे, खासकर बिम्सटेक के सात सदस्य देश जिनकी कुल आबादी दुनिया की आबादी का लगभग 22 प्रतिशत है।’’
गोयल ने यहां उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के बिम्सटेक बिजनेस समिट 2024 को संबोधित करते हुए यह बात कही।
बिम्सटेक बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित सात देशों का समूह है। इसका गठन जून, 1997 में किया गया था और इसका मुख्यालय बांग्लादेश की राजधानी ढाका में है।
गोयल की यह टिप्पणी इस लिहाज से अहम है कि बांग्लादेश इस समय राजनीतिक उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी बांग्लादेश में बन रहे हालात को लेकर काफी चिंतित हैं और बांग्लादेश के लोगों की भलाई की कामना करते हैं। हम सभी आने वाले वर्षों में एक सुचारू बदलाव और उज्ज्वल भविष्य के लिए सामूहिक रूप से अपनी शुभकामनाएं देंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने हमेशा खुद को एक जिम्मेदार राष्ट्र के रूप में देखा है, जो वैश्विक दक्षिण के हितों की परवाह करता है और उनकी देखभाल करता है।’’
इस अवसर पर उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग में सचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा कि बिम्सटेक के संदर्भ में भारत जिस तरह से अपनी अर्थव्यवस्था का विकास करता है, वह भौतिक और डिजिटल बुनियादी ढांचे दोनों के संदर्भ में कुछ अन्य देशों के लिए एक आदर्श हो सकता है।