विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को थाईलैंड और म्यांमार के साथ एक त्रिपक्षीय बैठक आयोजित की, जिसमें साइबर धमकियां, नारकोटिक्स और गैरकानूनी हथियार व्यापार जैसे अंतरराष्ट्रीय अपराधों के खिलाफ संयुक्त प्रतिबद्धता को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। यह बैठक नई दिल्ली में आयोजित दूसरे बिम्स्टेक (बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कोऑपरेशन) विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान हुई। जयशंकर ने थाईलैंड के विदेश मंत्री मारिस संगियम्पोंगसा और म्यांमार के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री यू थान स्वे के साथ इस महत्वपूर्ण चर्चा का नेतृत्व किया।
क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और सीमा स्थिरता पर जोर
मुख्य एजेंडा में बिम्स्टेक के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रीय कनेक्टिविटी परियोजनाओं को मजबूत करना शामिल था। इसके साथ ही सीमा स्थिरता और मानवीय सहायता से संबंधित मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया गया। जयशंकर ने जोर देकर कहा, “हम साइबर, नारकोटिक्स और गैरकानूनी हथियार व्यापार सहित अंतरराष्ट्रीय अपराधों को रोकने के लिए सक्रिय रूप से सहयोग करते रहेंगे।” इस बयान के माध्यम से तीनों राष्ट्रों की साझी प्राथमिकताओं को उजागर किया गया।
बांग्लादेश के साथ द्विपक्षीय वार्ता
जयशंकर ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री हसन महमूद के साथ भी अलग बैठक की, जिसमें दोनों देशों के बीच संबंधों की मजबूती को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। उन्होंने उच्च स्तरीय आदान-प्रदान के महत्व को मानते हुए द्विपक्षीय सहयोग को और भी प्रगाढ़ बनाने पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने के उपायों पर विचार-विमर्श किया।