भारतीय टेक कंपनी Zoho Corporation का मैसेजिंग ऐप ‘अरट्टै’ सितंबर 2025 में लॉन्च हुआ था और कुछ ही हफ्तों में इसने भारत में 75 लाख से ज्यादा डाउनलोड हासिल कर लिए हैं। गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर दोनों पर इसने व्हाट्सऐप और ChatGPT को डाउनलोड्स में पीछे छोड़ दिया है।
इस तेज़ उछाल के पीछे दो बड़ी वजहें मानी जा रही हैं — देशी ऐप के प्रति लोगों का भावनात्मक जुड़ाव और यूज़र-फ्रेंडली फीचर्स। अरट्टै पूरी तरह विज्ञापन-मुक्त है और लो-बैंडविड्थ पर भी आसानी से चलने के लिए ऑप्टिमाइज़ किया गया है, जिससे छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में भी इसे तेजी से अपनाया जा रहा है।
प्राइवेसी को लेकर चर्चा
कंपनी ने बताया है कि ऐप में फिलहाल डेटा को ट्रांज़िट और स्टोरेज दोनों स्तरों पर एन्क्रिप्ट किया जा रहा है, लेकिन टेक्स्ट चैट के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन अभी लागू नहीं हुआ है। Zoho का कहना है कि इस फीचर पर काम चल रहा है और जल्द ही इसे जारी किया जाएगा।
संस्थापक श्रीधर वेंबू ने भी यूज़र्स की प्राइवेसी को लेकर उठे सवालों का जवाब दिया। उन्होंने बताया कि किस तरह अलग-अलग परिस्थितियों में यूज़र डेटा को सुरक्षित रखा जाएगा और किसी भी बाहरी संस्था को बिना अनुमति डेटा साझा नहीं किया जाएगा।
देश में नई होड़
अरट्टै की बढ़ती लोकप्रियता ने भारत के मैसेजिंग ऐप मार्केट में एक नई होड़ खड़ी कर दी है। उद्योग जगत के कई बड़े नाम, जैसे आनंद महिंद्रा, ने सार्वजनिक रूप से इस ऐप का समर्थन किया है। इससे ऐप को सोशल मीडिया पर बड़ा बूस्ट मिला और डाउनलोड्स में उछाल आया।
अगर Zoho ने जल्द ही मजबूत एन्क्रिप्शन और अन्य सुरक्षा फीचर्स लागू कर दिए, तो अरट्टै भारतीय मैसेजिंग स्पेस में एक गंभीर खिलाड़ी बन सकता है, जो अब तक विदेशी ऐप्स का गढ़ रहा है।