इंडिगो रद्द उड़ानों से प्रभावित यात्रियों को देगी 10,000 का वाउचर

भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इस महीने की शुरुआत में बड़ी संख्या में रद्द हुई उड़ानों से प्रभावित यात्रियों को राहत देने जा रही है, कंपनी अगले हफ्ते से पात्र यात्रियों को 10,000 रुपये का ट्रैवल वाउचर जारी करेगी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक इंडिगो 26 दिसंबर से इस महीने की 3, 4 और 5 तारीख को रद्द हुई उड़ानों से प्रभावित यात्रियों को यह वाउचर देगी, यह वाउचर सरकारी नियमों के तहत मिलने वाले मुआवजे के अतिरिक्त होगा।

सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार यात्रियों को 5,000 से 10,000 रुपये तक का मुआवजा पहले से ही दिया जाना है, इंडिगो द्वारा दिया जाने वाला ट्रैवल वाउचर इससे अलग अतिरिक्त लाभ के रूप में होगा।

सरकार ने इंडिगो को सख्ती से निर्देश दिए हैं कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी पात्र यात्रियों तक भुगतान बिना किसी देरी के पहुंचे, इस प्रक्रिया में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इंडिगो को ट्रैवल एजेंटों और ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों से यात्रियों का पूरा विवरण एकत्र करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि प्रभावित ग्राहकों को सीधे भुगतान सुनिश्चित किया जा सके।

नागर विमानन महानिदेशालय को मुआवजे और वाउचर के वितरण की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि नागर विमानन मंत्रालय अपने वायु सेवा शिकायत पोर्टल के जरिए इस पूरी प्रक्रिया पर नजर रखेगा।

रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि इंडिगो ने रद्द उड़ानों के लिए रिफंड की प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों के जरिए टिकट बुक कराने वाले कई यात्रियों को अब तक भुगतान नहीं मिला है।

यह स्थिति एयरलाइन और बुकिंग प्लेटफॉर्म के बीच समन्वय की कमी को दर्शाती है, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

रिपोर्ट्स के अनुसार मेकमाईट्रिप ने डीजीसीए के निर्देशों के बाद इंडिगो से भुगतान मिलने से पहले ही लगभग 10 करोड़ रुपये का रिफंड प्रोसेस कर दिया है।

इससे पहले इंडिगो के चेयरमैन विक्रम सिंह मेहता ने कहा था कि एयरलाइन का बोर्ड प्रबंधन के साथ मिलकर हालिया व्यापक उड़ान रद्दीकरण के मूल कारणों की पहचान करेगा।

उन्होंने बताया कि इसके लिए बाहरी तकनीकी विशेषज्ञों को नियुक्त किया जाएगा, ताकि भविष्य में इस तरह की परिचालन विफलताओं को रोका जा सके।

इंडिगो ने यह भी स्पष्ट किया है कि 8 दिसंबर से एयरलाइन के नेटवर्क के सभी गंतव्य पूरी तरह से कनेक्ट हो चुके हैं, जबकि 9 दिसंबर से कंपनी का परिचालन पूरी तरह स्थिर हो गया है।