आज 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर, भारतीय जवानों ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में योग करके एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। आईटीबीपी (ITBP) के जवानों ने सिक्किम के मुगुथांग उप सेक्टर और लेह के पैंगोंग त्सो झील के किनारे योग किया।
सिक्किम और लेह में योग
आईटीबीपी के जवानों ने सिक्किम के मुगुथांग उप सेक्टर में 15,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर योग किया। लेह के करजोक और पैंगोंग त्सो में भी जवानों ने योगाभ्यास किया। इतनी ऊंचाई पर योग करते हुए जवानों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
बर्फीले पहाड़ों और रेतीले मैदानों में योग
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर भारतीय सेना के जवानों ने उत्तरी सीमा की बर्फीली चोटियों और राजस्थान के रेतीले मैदानों में भी योग किया। बर्फ की सफेद चादरों से घिरे पहाड़ों के बीच कड़ाके की ठंड में जवान एक साथ योगाभ्यास करते नजर आए।
पूर्वी लद्दाख और राजस्थान में योग
पूर्वी लद्दाख में, भारतीय सेना के जवानों ने अपनी पूरी बटालियन के साथ योग किया। वहीं, राजस्थान की तपती गर्मी के बीच, अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर पर तैनात जवानों ने सुबह-सुबह योग करके विशेष संदेश दिया।
स्कूली बच्चों ने भी लिया भाग
लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील के किनारे स्कूली बच्चों ने भी योग किया। लाल ड्रेस पहने बच्चे एक साथ कई योगासन करते हुए दिखाई दिए, और उनके शिक्षक भी उनके साथ मौजूद थे।
पीएम मोदी का संबोधन
श्रीनगर के डल झील के किनारे योग करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “पिछले 10 सालों में योग के विस्तार ने इसकी धारणा को बदल दिया है। आज दुनिया एक नई योग अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ते हुए देख रही है।”
योग पर्यटन का विकास
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि ऋषिकेश, काशी से लेकर केरल तक योग पर्यटन का एक नया जुड़ाव देखने को मिल रहा है। दुनियाभर से पर्यटक भारत आ रहे हैं, क्योंकि वे भारत में योग सीखना चाहते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर भारतीय जवानों के इस अनूठे योग अभ्यास ने पूरे देश में एक नई प्रेरणा और उत्साह का संचार किया है।
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