नई दिल्ली:- हालिया बीजेपी के मुस्लिम तुष्टिकरण के प्रयासों पर नज़र डाला जाए तो कमोवेश यही लगता है कि बीजेपी अब कांग्रेस या अन्य हिन्दू विरोधी राजनीति करने वाली पार्टियों के राहों पर चलने की योजना से चल रही है
हिन्दूहितों से लगातार दूरी
बीजेपी शासन में हिंदू नज़र अंदाज और छला हुआ महसूस कर रही है, कई हिंदू साधु- संत या हिन्दू धर्म की रक्षा में काम करने वाले लोग अकारण धर्म विरोधियों के षडयंत्र के कारण प्रताड़ित हो रहे हैं या उन्हें किसी न किसी झूठे केस बना जेल में डाल लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है चाहे संत श्री आसारामजी बापू हों, मोनू मानेसर या कोई अन्य जो भी हिंदुत्व के प्रति अडिग रहे या हिन्दू धर्म की रक्षा में विरोधियों से समझौता करने को तैयार नहीं हुए वे आज उनके षडयंत्र के शिकार हो रहे हैं।
अपनों से विश्वासघात
बीजेपी कहीं भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़ा होते नज़र नहीं आती है चाहे वो नूपुर शर्मा का मामला हो अथवा बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ता पर चुप रहना हो सभी जगह बीजेपी अपने ही लोगों से विपत्ति में हाथ छुड़ाते हुए नज़र आई है।
निर्दोष संत को बदनाम करने की कोशिश
धर्म रक्षा के लिए अडिगता से प्रचार करने वाले संत श्री आसारामजी बापू के जेल जाने के पीछे भी नरेंद्र मोदी और अमित शाह का नाम हालिया साक्षात्कार में सुब्रमण्यम स्वामी ने लिया है उनका मानना है कि इस षड्यंत्र के पीछे सोनिया गांधी के साथ साथ नरेंद्र मोदी और अमित शाह का भी हाथ है एक समय संत श्री आसारामजी बापू हिंदुत्व के सबसे मजबूत नाम थे उन्हें षडयंत्र के तहत जेल में डाल हिंदुत्व और संस्कृति रक्षा के लिए काम कर रहे लोगों पर जबरदस्त प्रहार किया गया है।
मोनू मानेसर को भी जेल में डाल हरियाणा एवं उससे लगते सीमा क्षेत्रों में गौ रक्षा के कार्यों में जुटे हिन्दुओं को षड्यंत्र के तहत जेल में डालना कहीं इनके हिन्दू विरोधी रवैए को उजागर करती है।