उत्तराखंड के केदारनाथ हाईवे पर सोनप्रयाग-मुनकटिया (रुद्रप्रयाग) के बीच हुए भूस्खलन में अब तक 5 यात्रियों की मौत हो चुकी है और 2 घायल हैं। मलबे के नीचे अभी भी कई लोगों के दबे होने की आशंका है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीमें घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
घटनास्थल पर तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन
भूस्खलन की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, और स्थानीय प्रशासन की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। अब तक मलबे से 5 मृतकों और 2 घायलों को बाहर निकाला जा चुका है। घायलों को त्वरित उपचार के लिए एम्बुलेंस द्वारा सोनप्रयाग भेजा गया है। मलबे में और यात्रियों के फंसे होने की संभावना को देखते हुए बचाव अभियान लगातार जारी है।
मुख्यमंत्री धामी ने जताया शोक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “सोनप्रयाग-मुनकटिया के बीच मलबे में दबे यात्रियों की खबर अत्यंत दुःखद है। मैं खुद संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हूं और रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहा हूं। बाबा केदार से सभी यात्रियों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं। मेरी संवेदनाएँ शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।”
जवानों की टीम जुटी बचाव कार्य में
उत्तराखंड के केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर, विशेष रूप से सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच, मुनकटिया के पास यह भूस्खलन हुआ है। जवानों की टीम लगातार बचाव कार्य में जुटी हुई है और इलाके में सुरक्षा के अन्य कदम उठाए जा रहे हैं। भूस्खलन की घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें स्थिति की गंभीरता स्पष्ट हो रही है।
बचाव अभियान अभी भी जारी है और सरकार द्वारा हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।