आइए किसी भी नफरत करने वाले को गलत साबित करें: अमेरिकी राजदूत गार्सेटी

नयी दिल्ली, 13 जनवरी निवर्तमान अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने आगामी डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की आव्रजन नीति पर चिंताओं के बीच सोमवार को लोगों से लोगों के बीच संपर्क को भारत और अमेरिका के बीच व्यापक संबंधों का एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहलू बताया।

गार्सेटी ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका ने 2024 में लगातार दूसरे वर्ष भारतीयों के लिए दस लाख से अधिक गैर-आप्रवासी वीजा जारी किए और पहली बार आने वाले लोगों से संबंधित वीजा को छोड़कर सभी वीजा श्रेणियों के लिए प्रतीक्षा समय समाप्त कर दिया गया है।

कोई प्रत्यक्ष संदर्भ दिए बिना अमेरिकी राजदूत ने दोनों देशों के लोगों के बीच बढ़ते संबंधों पर प्रकाश डालते हुए ‘‘नफरत करने वालों को गलत’’ साबित करने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया।

उन्होंने कहा, ‘‘हम कभी नहीं जानते कि भविष्य में क्या होगा, लेकिन मैं अपने साथी अमेरिकियों से यह कहूंगा – जितना अधिक भारतीयों के साथ हमारे संबंध होंगे और हम अपने आर्थिक एवं शैक्षणिक आदान-प्रदान को बढ़ाने के लिए जितने अधिक तरीके खोजेंगे, अमेरिका और भारत दोनों उतने ही मजबूत होंगे।’’

अमेरिकी राजदूत ने कहा, ‘‘आइए किसी भी नफरत करने वाले को गलत साबित करें, जैसा कि हम हमेशा करते आए हैं, ट्वीट करने के बजाय मिलकर, विरोध करने के बजाय निवेश करके, आपत्ति जताने के बजाय जुड़कर और लोगों को एक साथ लाकर, यह स्वीकार करते हुए कि इस दिन और समय में हमेशा कुछ विभाजनकारी आवाजें होंगी।’’

चुनावी रैलियों में डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका की आव्रजन नीति को सख्त करने के लिए आमूलचूल बदलाव का वादा किया और अमेरिकी इतिहास में अनिर्दिष्ट अप्रवासियों के ‘‘सबसे बड़े’’ निर्वासन अभियान को अंजाम देने का संकल्प लिया।

गार्सेटी ने अमेरिका में 40 लाख की आबादी वाले भारतीय प्रवासियों को रिश्ते का सबसे बड़ा कारक बताया।

बीस जनवरी को ट्रंप के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद गार्सेटी के राजदूत के रूप में पद छोड़ने की संभावना है।

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