एक गांव में एक छोटा लड़का था जिसका नाम चिंटू था। वह बहुत शरारती था और हर समय मजाक करता रहता था। एक दिन, उसने गांववालों को डराने के लिए एक शरारत सोची। वह खेतों में दौड़ते हुए चिल्लाने लगा, “भेड़िया आया! भेड़िया आया!”
गांव के लोग अपनी लाठियाँ और हथियार लेकर दौड़ पड़े, लेकिन वहां कोई भेड़िया नहीं था। चिंटू हंसने लगा और बोला, “मैं तो मजाक कर रहा था!” गांववाले नाराज हुए और लौट गए।
कुछ दिनों बाद, चिंटू ने फिर वही मजाक किया। इस बार भी गांववाले दौड़कर आए, लेकिन फिर उन्हें एहसास हुआ कि यह फिर से उसकी शरारत थी। वे गुस्से में बोले, “अब अगर सच में भेड़िया आएगा, तो हम तेरी बात पर यकीन नहीं करेंगे!”
एक दिन सच में एक बड़ा भेड़िया आ गया! चिंटू डरकर चिल्लाया, “भेड़िया आया! भेड़िया आया!” लेकिन इस बार कोई भी उसकी मदद के लिए नहीं आया। सबने सोचा कि वह फिर मजाक कर रहा है। भेड़िए ने उसकी सारी भेड़ों को खेत में मार दिया, और चिंटू पछताता रह गया।
शीख : इस कहानी से हमें सिखने को मिलता है कि झूठ बोलने की आदत हमें मुश्किल में डाल सकती है।