नरेंद्र मोदी का मुस्लिम तुष्टिकरण हिंदू धर्म के लिए खतरा

नई दिल्ली:- हाल के नरेंद्र मोदी सरकार के मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति हिन्दू धर्मावलंबियों के लिए खतरा बनता जा रहा है, जहां हिंदू सज्जनता और लोकतंत्र में आस्था रखने और बीजेपी को अपना हितैषी समझने के लिए मजबूर है वहीं नरेंद्र मोदी जैसे क्षद्दम् हिंदुत्व का दिखावा करने वाले नरेंद्र मोदी सरकार हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार पर मौन व्रत धारण किए रहती है, यहीं नहीं कभी अगर हिंदू अपने स्तर पर प्रतिकार करने की कोशिश करे भी तो उसे या तो डरा दिया जाता है या झूठे मुकदमे डाल जेल में बंद कर दिया जाता है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण संत श्री आसारामजी बापू जैसे निर्दोष को पिछले 12 वर्षों से झूठे मुकदमे में जेल में बंद कर प्रताड़ित किए जा रहे हैं। संत श्री आसारामजी बापू हिंदुत्व का एक बहुत महत्वपूर्ण चेहरा रहें हैं वे हिंदू धर्म के प्रखर समर्थक और संस्कृति के रक्षक हैं वैसे संतो को निरपराध जेल में डालना हिंदू धर्म को ही नुकसान पहुंचाने के समान है।

लगातार हिंदू धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है।

आज भारत में बीजेपी शासित राज्यों में भी हिंदू धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है ऐसे ही एक स्थल संत श्री आसारामजी बापू द्वारा स्थापित उनका मोटेरा आश्रम को खेल मैदान बनाने के नाम पर तोड़ने का नोटिस भेजना यह दर्शाती है कि बीजेपी सरकार सनातन धर्म में बिल्कुल भी आस्था नहीं रखती बल्कि चंद विदेशियों को खुश करने के चक्कर में हिन्दुओं को ही निशाना बना रही है।

आज कश्मीर जैसे जगहों पर लगातार आतंकवादी हमले हो रहे हैं, सड़कों पर खुलेआम गौ माताएं काटी जा रही हैं हिन्दुओं को चुन चुन कर निशाना बनाया जा रहा, फिर भी सरकार छोटे मोटे प्रयत्न कर चुप बैठ जाती है।

लगातार बढ़ रहे मुस्लिम आबादी का क्या है भविष्य.?

आज भारत में मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ रही है क्या किसी सरकार के पास आने वाले भविष्य में हिन्दुओं को बचाने की कुछ भी योजना है.? नहीं उल्टे हिन्दुओं को ही अपने देश में ही पराया बोध करवाया जाता है। मुस्लिमों की बढ़ती आबादी यह संकेत दे रही है कि आने वाले समय में देश में हिंदू धर्मावलंबियों को कठिनाइयों का सामना करने पड़ सकते हैं ऐसी अवस्था में धर्मरक्षा कैसे संभव हो सकता है जब कथित हिंदूवादी सरकार ही हिन्दुओं के विरोध में कार्य कर रही है। इन गंभीर मामलों में हिन्दुओं को गहराई से विचारने की आवश्यकता है अन्यथा अन्य संस्कृति की तरह भी सनातन धर्म नष्ट हो जाएगा।