“झारखंड में नक्सलियों की नई शॉपिंग: 200 पेटी जिलेटिन, अब धमाके होंगे DIY स्टाइल!”
छत्तीसगढ़ बस्तर को नक्सल-मुक्त घोषित कर झारखंड शायद थोड़ा रिलैक्स हो गया था, तभी सारंडा के जंगलों में नक्सलियों ने एक ट्रक से 200 पेटी जिलेटिन उड़ा ली – जैसे कोई वीकेंड की खरीदारी हो।
पुलिस को मिला खाली ट्रक, और सरकार को एक नया सिरदर्द। अब सवाल ये नहीं कि जिलेटिन क्या है, बल्कि ये है कि इतने ‘पटाखों’ के साथ अब अगला धमाका कब और कहां होगा!
सरकार का टारगेट 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने का है, लेकिन नक्सली तो जैसे अपना ही बजट 2025-26 जारी कर बैठे हैं – “अबकी बार… और बड़ा धमाका।”
वैसे, FYI – जिलेटिन का इस्तेमाल फूड इंडस्ट्री से लेकर फार्मा तक होता है, लेकिन जब वही चीज़ बंदूकधारियों के हाथ लगे, तो ये ‘टॉफी’ नहीं, तबाही बन जाती है।