नई दिल्ली: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में एनएसए अजित डोभाल, एलजी मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे सहित कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
बैठक के मुख्य बिंदु:
- आगामी अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा: गृह मंत्री ने श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और यात्रा के लिए पूर्ण सुरक्षा कवर पर जोर दिया।
- आतंकवाद पर कड़ा रुख: शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि “जम्मू क्षेत्र में उभरते आतंकवाद को कुचलने और किसी भी कीमत पर इसे फिर से पनपने नहीं देने” के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए।
- हाल के आतंकवादी हमलों पर चिंता: बैठक में हाल के आतंकवादी हमलों की समीक्षा की गई और गृह मंत्री ने सुरक्षा अधिकारियों को जम्मू में सक्रिय आतंकवादियों और उनका समर्थन करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
- सुरक्षा की विस्तृत रिपोर्ट: गृह मंत्री ने जम्मू में मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य के बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी और सुरक्षा बलों और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए संवेदनशील बिंदुओं पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया।
बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी:
- सेना प्रमुख: जनरल मनोज पांडे
- केंद्रीय गृह सचिव: अजय भल्ला
- आईबी निदेशक: तपन डेका
- सीआरपीएफ डीजी: अनीश दयाल सिंह
- जम्मू-कश्मीर से एलजी: मनोज सिन्हा
- मुख्य सचिव: अटल डुलू
- डीजीपी: आरआर स्वैन
- एडीजीपी (एलएंडओ): विजय कुमार
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा:
- यात्रा की तिथियाँ: वार्षिक यात्रा 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त तक चलेगी।
- सुरक्षा की आवश्यकता: गृह मंत्री ने यात्रा मार्गों और आधार शिविरों की सुरक्षा पर जोर दिया, ताकि हर यात्री की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
अन्य चर्चा के विषय:
- पर्यटक स्थलों की सुरक्षा: कश्मीर और जम्मू में सभी पर्यटक स्थलों और स्थलों की सुरक्षा की योजना पर भी चर्चा की गई।
- स्थानीय आतंकवादियों की भर्ती: गृह मंत्री ने कश्मीर में शांतिपूर्ण स्थिति और स्थानीय आतंकवादियों की भर्ती के कम ग्राफ पर संतोष व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री की हालिया बैठक का संदर्भ:
यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में आयोजित उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक के बाद हुई, जिसमें जम्मू-कश्मीर में विदेशी आतंकवाद को कुचलने के लिए “संसाधनों के पूर्ण स्पेक्ट्रम” का उपयोग करने का आह्वान किया गया था।
गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण स्थिति बनाए रखने और लोकसभा चुनाव के सुचारू संचालन के लिए सुरक्षा एजेंसियों की सराहना की। इस उच्च स्तरीय बैठक से यह स्पष्ट है कि सरकार जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा सुनिश्चित करने और आतंकवाद को समाप्त करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
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