नेपाल में नई सत्ता की हलचल: अस्थायी सरकार पर सहमति की कोशिश

काठमांडू में सत्ता बदलने की हलचल तेज़ है। लगातार बढ़ते युवा प्रदर्शनों और हिंसक घटनाओं के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया। अब राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल सेना प्रमुख अशोक राज सिग्देल और “जेन ज़ी” आंदोलन के नेताओं से मिलकर अंतरिम सरकार के लिए रास्ता खोज रहे हैं।

सुशीला कार्की का नाम सबसे आगे

पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाने पर गंभीर चर्चा हो रही है। उनकी ईमानदार और गैर राजनीतिक छवि को देखते हुए आंदोलनकारी युवाओं का बड़ा हिस्सा उन्हें समर्थन दे रहा है। हालांकि कुछ गुट कुलमान घिसिंग जैसे नामों की भी वकालत कर रहे हैं।

अड़चनें बरकरार

संविधान की प्रक्रिया और दलों की सहमति अभी सबसे बड़ी चुनौती है। संसद भंग करने या मौजूदा ढांचे में बदलाव करने को लेकर मतभेद हैं। सुरक्षा हालात भी पूरी तरह सामान्य नहीं हुए हैं और राजधानी समेत कई इलाकों में तनाव बना हुआ है।

आगे की दिशा

राष्ट्रपति भवन में जल्द ही अहम बैठक होने की संभावना है। अगर सभी पक्ष सुशीला कार्की पर सहमत हो जाते हैं तो अंतरिम सरकार की घोषणा हो सकती है और अगले चुनाव की तैयारी शुरू होगी। वरना सत्ता का यह खिंचाव और लंबा खिंच सकता है।