नयी दिल्ली, एक अक्टूबर राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने मंगलवार को असम के लखीमपुर जिले से एक आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बरामद किया है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार उल्फा (आई) के आतंकवादियों ने इस साल स्वतंत्रता दिवस समारोह में अवरोध पैदा करने की अपनी साजिश के तहत विस्फोटक रखा था जिसे एनआईए के एक दल ने आज सुबह बरामद किया।
जांच एजेंसी द्वारा जारी बयान के अनुसार असम पुलिस के बम निरोधक दस्ते ने बाद में विस्फोटक को निष्क्रिय कर दिया।
एनआईए को इस बम के बारे में 15 अगस्त को असम पुलिस द्वारा उत्तर लखीमपुर जिले से पूर्व में आईईडी की बरामदगी से संबंधित एक मामले की जांच के दौरान पता चला था।
बयान में कहा गया है कि यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) के स्वयंभू प्रमुख परेश बरुआ द्वारा एक वीडियो जारी किए जाने के बाद राज्य पुलिस हरकत में आई, जिसमें प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन ने स्वतंत्रता दिवस पर पूरे असम में ‘सैन्य’ विरोध प्रदर्शन की घोषणा की थी।
बयान के अनुसार बरुआ ने स्वतंत्रता दिवस समारोह का सार्वजनिक बहिष्कार करने का आह्वान करते हुए चेतावनी दी थी कि इस बात को नहीं मानने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
एनआईए ने 17 सितंबर को राज्य पुलिस से जांच का जिम्मा संभाला था। एजेंसी ने पाया कि उल्फा (आई) नेतृत्व ने एक बड़ी साजिश के तहत 2024 के स्वतंत्रता दिवस समारोह के विरोध में असम भर में कई स्थानों पर विस्फोट करने और लोगों के मन में आतंक पैदा करने के इरादे से कई आईईडी लगाने की साजिश रची थी।
मामले की जांच से पता चला कि उत्तर लखीमपुर जिले में आईईडी को लाने-ले जाने और लगाने में गिरीश बरुआ उर्फ गौतम बरुआ और उसके सहयोगी शामिल थे।
एनआईए ने कहा कि गौतम बरुआ को 24 सितंबर को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था और पूछताछ में उसने उत्तर लखीमपुर में उन आईईडी के स्थान का खुलासा किया था जिन्हें अभी तक बरामद नहीं किया गया है।
एजेंसी ने कहा कि बरुआ ने उसे बताया कि ऐशांग असम उर्फ अभिजीत गोगोई और उल्फा (आई) के अन्य शीर्ष नेताओं के इशारे पर आईईडी का बंदोबस्त किया गया था और उन्हें लगाया गया था।