ओडिशा में भीषण गर्मी और देशव्यापी हीटवेव का असर

ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त ने जानकारी दी है कि पिछले 72 घंटों में कलेक्टरों ने लू से कथित 99 मौतों की सूचना दी है। इनमें से 20 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। ओडिशा में गर्मी का प्रकोप अपने चरम पर है और फिलहाल इसमें राहत की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। राज्य के आठ स्थानों पर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया है। वहीं, देश भर में हीटस्ट्रोक से मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।

राष्ट्रीय स्तर पर हीटवेव की स्थिति

भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने चेतावनी दी है कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, जम्मू संभाग, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में सोमवार को भी लू चलने की संभावना है। पिछले 24 घंटे में झारखंड समेत इन राज्यों में प्रचंड गर्मी महसूस की गई है। अगले तीन दिनों में उत्तर भारत में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री की वृद्धि होने का अनुमान है।

प्रधानमंत्री की समीक्षा बैठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक में गर्मी की स्थिति और मानसून से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। पीएमओ के अनुसार, प्रधानमंत्री ने अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर अग्नि ऑडिट और विद्युत सुरक्षा ऑडिट नियमित रूप से करने का निर्देश दिया। बैठक में बताया गया कि इस साल देश के अधिकांश भागों में मानसून सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है।

राजस्थान और केरल में मौसम की स्थिति

राजस्थान के कुछ हिस्सों में रविवार को हल्की बारिश हुई, जिससे अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से कम रहने की संभावना है। वहीं, दक्षिण भारत के राज्य केरल में भारी बारिश हो रही है, और एर्नाकुलम जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें 11-20 सेंटीमीटर बारिश होने का अनुमान है।

असम में बाढ़ की स्थिति

असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। 10 जिलों के छह लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं, और कई क्षेत्रों को खाली कराकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। कोपिली, बराक और कुशियारा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।

बिजली की खपत में वृद्धि

देश में मई महीने में बिजली की खपत लगभग 15% बढ़कर 156.31 अरब यूनिट हो गई है। इसका मुख्य कारण भीषण गर्मी और एयर कंडीशनर एवं कूलर जैसे उपकरणों का अधिक उपयोग है। मई 2023 में बिजली खपत 136.50 अरब यूनिट थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल मई में एक दिन में बिजली की अधिकतम आपूर्ति 250.07 गीगावाट के उच्च स्तर पर पहुंच गई, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में अधिक है।

विशेषज्ञों के अनुसार, जून महीने में भी बिजली की मांग मजबूत बनी रहेगी। जून 2023 में अधिकतम बिजली मांग 224.10 गीगावाट दर्ज की गई थी।

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