लोकचेतना ब्यूरो, रायपुर : श्रावण मास के पावन तृतीय सोमवार के शुभ अवसर पर संत श्री आशारामजी बापूजी की प्रेरणा से युवा सेवा संघ के उत्साही सेवादारों द्वारा कांवड़ यात्रियों की सेवा हेतु विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सावन के तीसरे सोमवार पर महादेव घाट स्थित शिव मंदिर में जल चढा़ने के लिए बड़ी संख्या में कांवडि़ए एकत्रित हुए थे । युवा सेवा संघ के सेवकों ने स्टॉल लगाकर गुरु प्रार्थना की, मंगल आरती की तत्पश्चात् शिवजी के मधुर संकीर्तन के साथ सेवादारों ने पूरे श्रद्धा और समर्पण भाव से शिव भक्तों में, फल, हलवा, नीबू शर्बत व जीवन को उन्नत बनाने वाली सत साहित्य प्रसादी का भंडारा किया गया जिसमें हजारों भक्तो ने लाभ लिया । यह सेवा शिवभक्तों की शारीरिक थकावट को शांत करने के साथ-साथ आत्मिक ऊर्जा देने वाली सिद्ध हुई जिससे कांवडि़यों की चेहरों पर खुशी छलक उठी ।
बापूजी के अमूल्य सत्साहित्य – जैसे जीवन विकास, निरोगता का साधन, ऋषि प्रसाद“ आदि पुस्तकों के वितरण से कांवड़ियों को न केवल भक्ति का बल मिला बल्कि जीवन जीने की आध्यात्मिक दिशा भी प्राप्त हुई।
इस सेवा कार्य में बड़ी संख्या में युवक-युवतियाँ, वरिष्ठ श्रद्धालु, मातृशक्ति तथा ग्रामवासी भी सहभागी बने और “सेवा ही सच्चा योग है” इस दिव्य विचार को आत्मसात किया। कांवड़ियों ने इस आत्मीय सेवा के लिए युवा सेवा संघ व संत श्री आशारामजी बापूजी के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।
कार्यक्रम का उद्देश्य सेवा, श्रद्धा और शुद्ध भक्ति के माध्यम से समाज में सकारात्मकता फैलाना तथा युवा वर्ग को सेवा व अध्यात्म से जोड़ना था, जिसे जनसामान्य ने भी खूब सराहा।
सेवा ही धर्म है, सेवा ही शिव है।
हर हर महादेव!
कार्यक्रम में युवा सेवा संघ के अध्यक्ष -भूपेश साहू, हीरालाल साहू, लक्ष्मण लखवानी, जी नारायणराव जी, लक्ष्मीनारायण साहू, द्वारिका साहू, सतीश रगड़ाले, दाऊलाल निषाद, अजय सोनी, चेतन साहू, महेश भाई, कुमित भाई, सत्यप्रकाश न्याल सहित बड़ी संख्या में युवा सेवा संघ के सेवक उपस्थित थे ।