Rahul Gandhi Accuse EC: राहुल गांधी चुनाव आयोग को ‘एटम बम’ से उड़ाने की बात क्यों कह रहे?

हाइलाइट्स

  • चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को बेबुनियाद बताया
  • राहुल गांधी के पास वोट चोरी के पुख्ता सबूत हैं.
    • राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया.

      राहुल गांधी ने हाल ही में भारतीय चुनाव आयोग (Election Commission of India – ECI) पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए ‘वोट चोरी’ कर रहा है.  उनके पास जो सबूत हैं वो ‘एटम बम’ की तरह हैं, जिसके फटने के बाद आयोग को कहीं छिपने की जगह नहीं मिलेगी.

      राहुल गांधी ने संसद परिसर में संवाददाताओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पहले ही कई मौकों पर बोला है कि वोट चोरी हो रही है. अब तो हमारे पास इसके एकदम पुख्ता सबूत हैं. चुनावआयोग वोट चोरी में शामिल है. मैं हल्के-फुल्के अंदाज में नहीं बोल रहा हूं, मैं 100 प्रतिशत सबूत के साथ बोल रहा हूं.’ उन्होंने दावा किया, ‘हम जैसे ही यह जारी करेंगे, पूरे देश को पता लग लग जाएगा कि आयोग वोट चोरी करा रहा है. चुनाव आयोग यबह सबकुछ भाजपा के लिए करा रहा है.’

      चुनाव आयोग कहीं नहीं दिखेगा

      कांग्रेस के रायबरेली से सांसद और पूर्व अध्यक्ष का कहना है, ‘‘हमें मध्य प्रदेश (विधानसभा चुनाव) में संदेह हुआ था, लोकसभा चुनाव में संदेह था, बाद के विधानसभा चुनावों में वोटर जोड़े गए. इसके बाद हमने अपनी जांच शुरू की. इसमें छह महीने लगे. जो हमें मिला है वो एटम बम है, जब फटेगा तो चुनाव आयोग आपको कहीं नहीं दिखेगा.’

      राष्ट्रद्रोह कर रहे हैं चुनाव अधिकारी

      राहुल गांधी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, ‘मैं बड़ी गंभीरता से बोल रहा हूं कि चुनाव आयोग में जो भी यह काम कर रहे हैं, आपको हम छोड़ेंगे नहीं. आप हिंदुस्तान के खिलाफ काम कर रहे हैं, यह राष्ट्रद्रोह है. आप सेवानिवृत्त हो गए हों, या कहीं भी हों, आपको ढूंढ़कर निकालेंगे.’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पिछले कुछ सप्ताह से लगातार यह दावा कर रहे हैं कि कर्नाटक में एक लोकसभा चुनाव क्षेत्र में उनकी पार्टी ने मतदाता सूचियों की जांच करवाई है जिसमें बड़े पैमाने पर अनियमितता मिली है तथा जल्द ही इसका विवरण सार्वजनिक किया जाएगा.

      चुनाव आयोग ने क्या कहा?

      चुनाव आयोग (ईसी) ने बीते 24 जुलाई को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस दावे पर कड़ी आपत्ति जताई थी. आयोग ने कहा था कि लोकसभा में विपक्ष के नेता ने न केवल ‘‘बेबुनियाद आरोप’’ लगाए, बल्कि एक संवैधानिक संस्था को ‘‘धमकाने’’ का भी प्रयास किया.