“चुनाव हुआ… या खेल?”
राहुल गांधी का बड़ा धमाका: “EC और BJP ने मिलकर की वोट चोरी!”
नई दिल्ली, 7 अगस्त।
देश की राजनीति में बुधवार को भूचाल उस वक्त आया जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग और बीजेपी पर सीधे-सीधे चुनावी धांधली का आरोप जड़ दिया।
“40 लाख से ज्यादा फर्जी वोटर, एक ही व्यक्ति के कई कार्ड, एक पते पर 80-80 वोटर और शाम 5 बजे के बाद जादू की तरह बढ़ता वोटिंग परसेंटेज — क्या यही लोकतंत्र है?”
— राहुल गांधी
📌 महाराष्ट्र का “मैजिक वोटिंग”
Rahul Gandhi News: किया कि महाराष्ट्र में एग्जिट पोल और नतीजों में ज़मीन-आसमान का फर्क था।
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र चुनाव में –
- 40 लाख संदिग्ध वोटर पाए गए
- एक पते पर 80 तक वोटर दर्ज
- शाम 5:30 बजे के बाद अचानक वोटिंग स्पाइक, लेकिन ज़मीन पर सन्नाटा
- डिजिटल वोटर लिस्ट मांगने पर चुनाव आयोग का इंकार
- CCTV फुटेज डिलीट करने की योजना — और यह सबसे चौंकाने वाला दावा रहा!
📍 कर्नाटक में 16 सीटें दिखीं, मिलीं सिर्फ 9
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस के आंतरिक सर्वे में कर्नाटक में पार्टी को 16 सीटें जीतने की संभावना थी, लेकिन वास्तविक परिणाम सिर्फ 9।
बेंगलुरु सेंट्रल सीट पर जब जांच की गई, तो एक ही विधानसभा — महादेवपुरा — से बीजेपी को भारी अंतर से बढ़त मिली।
यहां –
- 1 लाख फर्जी वोटर बनाए गए
- एक वोटर 4 जगहों पर वोट डालने लायक कार्ड लिए बैठा था
- 40,009 ऐसे वोटर जिनके पते और पिता का नाम अजीबो-गरीब था
- 4,132 वोटर बिना फोटो या धुंधली फोटो वाले कार्ड के थे
- 70 साल की महिला दो जगह वोट डाल चुकी थीं
🚨 “सिर्फ सवाल नहीं, हमारे पास सबूत हैं”
Rahul Gandhi News
“हमने 6 महीने तक पड़ताल कर ये सबूत इकट्ठा किए हैं। ये कोई हवा-हवाई आरोप नहीं, ठोस दस्तावेजी प्रमाण हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि जब कांग्रेस ने चुनाव आयोग से डिजिटल वोटर लिस्ट और CCTV फुटेज मांगी, तो आयोग ने साफ तौर पर मना कर दिया।
“जिस सूची पर देश की सरकार चुनी जाती है, वही लिस्ट आम जनता से छुपाई जा रही है!”
📉 “हर जगह एंटी-इनकम्बेंसी… लेकिन BJP पर असर नहीं?”
राहुल गांधी ने तीखा तंज कसते हुए कहा:
“कभी लाडली बहना, कभी पुलवामा, कभी सिन्दूर… लेकिन जनता के असल मुद्दे गायब!”
“हर लोकतंत्र में सत्ता के खिलाफ लहर होती है, लेकिन BJP पर कोई असर नहीं होता — आखिर क्यों?”
🧭 “यह सिर्फ चुनाव नहीं… लोकतंत्र की बुनियाद का सवाल है”
राहुल गांधी ने चेताया:
“अगर ‘एक आदमी, एक वोट’ का सिद्धांत ही खोखला हो जाए, तो संविधान की आत्मा पर हमला है। ये सिर्फ कांग्रेस का मुद्दा नहीं, देश के लोकतंत्र का सवाल है।”
📢 अंतिम सवाल –
क्या देश का चुनाव आयोग अब स्वतंत्र है?
या फिर जैसे राहुल गांधी कह रहे हैं –
“यह सब कुछ एक साजिश के तहत किया गया है – और हम इसे बेनकाब करेंगे।”
📌 क्या ये सिर्फ एक हारने वाले नेता की बौखलाहट है?
या भारत का लोकतंत्र वाकई खतरे में है?
फैसला अब जनता के हाथ में है…