तेहरान:- शनिवार को ईरान के सेमनान प्रांत में 4.5 तीव्रता की एक भूकंपीय घटना ने पहली बार ईरान द्वारा परमाणु हथियार परीक्षण किए जाने की अटकलों को हवा दी है। सामान्य तौर पर ऐसी घटनाओं को भूकंप से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन सोशल मीडिया पर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह एक भूमिगत परमाणु परीक्षण था, जो ईरान ने इज़राइल की परमाणु ऊर्जा और तेल सुविधाओं पर हमले की धमकियों के जवाब में किया।ईरान के अंदरूनी सूत्रों ने ‘द क्रैडल’ को बताया कि इस मुद्दे पर उच्च स्तर पर चर्चा चल रही है कि क्या वाकई परमाणु परीक्षण हुआ था।
वहीं, सीरियाई सूत्रों ने सितंबर में भविष्यवाणी की थी कि हमास नेता इस्माइल हनिया की तेहरान में हत्या के बाद ईरान परमाणु हथियार विकसित करने के प्रयास तेज कर सकता है।1 अक्टूबर को ईरान ने इज़राइल पर 180 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिससे इज़राइल के तीन हवाई ठिकानों को भारी नुकसान पहुँचा। यह हमला 27 सितंबर को हिज़बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह और आईआरजीसी कमांडर अब्बास नीलफोरुशन की हत्या के जवाब में किया गया।
अब ईरान इज़राइल के संभावित जवाबी हमले का इंतजार कर रहा है।परमाणु परीक्षण की अटकलें ऐसे समय में सामने आई हैं, जब अमेरिकी थिंक टैंक ‘हेरिटेज फाउंडेशन’ ने एक रिपोर्ट में कहा कि ईरान की परमाणु हथियार बनाने की क्षमता अपेक्षा से कहीं अधिक तेज़ हो चुकी है। 1 अक्टूबर को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2024 में एक वरिष्ठ ईरानी सांसद ने दावा किया था कि आदेश जारी होने के एक सप्ताह के भीतर ईरान पहला परमाणु परीक्षण कर सकता है।
मई 2024 में, ईरानी सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई के सलाहकार कमाल खर्राज़ी ने कहा था कि यदि ईरान के अस्तित्व को खतरा हुआ, तो देश अपनी परमाणु नीति में बदलाव कर सकता है। ‘हेरिटेज फाउंडेशन’ की रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि जुलाई में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि ईरान अब एक या दो सप्ताह में परमाणु हथियार के लिए आवश्यक विखंडनीय सामग्री तैयार करने की क्षमता प्राप्त कर सकता है।अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की रिपोर्ट के अनुसार, मई से अगस्त 2024 के बीच ईरान के 60 प्रतिशत समृद्ध यूरेनियम के भंडार में काफी वृद्धि हुई है, जिससे ईरान की परमाणु क्षमता पर वैश्विक चिंताएं बढ़ गई हैं।