दुबई एयरशो में भारतीय वायुसेना का तेजस फाइटर जेट क्रैश

दुबई एयरशो के दौरान भारतीय वायुसेना का स्वदेशी फाइटर जेट तेजस शुक्रवार को करतब दिखाते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में पायलट समय पर विमान से बाहर नहीं निकल पाए और उनकी मौत हो गई। तेजस का यह दूसरा क्रैश है; इससे पहले मार्च 2024 में राजस्थान के जैसलमेर के पास यह ट्रेनिंग उड़ान के दौरान गिरा था, लेकिन तब पायलट सुरक्षित निकल गए थे।

तेजस का यह प्रदर्शन भारत की एयरोस्पेस क्षमता और रक्षा निर्माण शक्ति का प्रतीक माना जा रहा था। दुर्घटना की खबर से भारतीय वायुसेना, रक्षा विशेषज्ञों और अंतरराष्ट्रीय एविएशन सेक्टर में शोक की लहर है। दुबई प्रशासन और भारतीय अधिकारी संयुक्त रूप से राहत और जांच की प्रक्रिया में जुटे हैं।

किन-किन एंगलों पर होगी तेजस हादसे की जांच?

भारतीय वायुसेना ने हादसे के बाद तुरंत कोर्ट ऑफ इंक्वायरी गठित की है, जो सभी संभावित पहलुओं की जांच करेगी—

उड़ान प्रोफाइल – पायलट ने किस ऊंचाई, स्पीड और एप्रोच पर maneuvers किए

तकनीकी डेटा – इंजन, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम, सेंसर लॉग्स, ब्लैक बॉक्स

मौसम की स्थिति – दृश्यता, तापमान, हवा की गति

पायलट फैक्टर – हेल्थ, रिएक्शन टाइम, सीट इजेक्शन सिस्टम

ऑपरेशनल सेफ्टी पैरामीटर्स – एयरशो नियम, प्रोटोकॉल और अनुमत एंगल

ग्राउंड कंट्रोल इनपुट्स – ATC और एयरशो कंट्रोल से मिले निर्देश

मेकेनिकल या स्ट्रक्चरल फेल्योर – एयरफ्रेम, फ्लैप्स, कंट्रोल सरफेस

विशेषज्ञ टीम सभी सबूतों और डेटा की बारीकी से जांच कर वास्तविक कारणों का खुलासा करेगी।

तेजस पर क्या बोले रक्षा विशेषज्ञ?

रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि तेजस ने अब तक अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मंचों पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है।

यह भारत का पहला पूर्णतः स्वदेशी लड़ाकू विमान है।

इसके आधुनिक वेरिएंट भारतीय वायुसेना में पुराने MiG विमानों की जगह ले रहे हैं।

कारगर maneuverability, Fly-by-wire सिस्टम, और आधुनिक एवियोनिक्स ने इसे भरोसेमंद साबित किया है।

विशेषज्ञों के अनुसार, तेजस की मौजूदा प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुए दुर्घटना का कारण किसी एक अनुमान से नहीं बताया जा सकता। एक विस्तृत और तकनीकी जांच के बाद ही असली वजह सामने आएगी।

देश और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में शोक

दुबई प्रशासन और भारतीय सरकार ने जांच प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता और तेजी का आश्वासन दिया है। वायुसेना के इस बहादुर पायलट को देशभर में श्रद्धांजलि दी जा रही है।