“मंगलुरु में हत्या के बाद माहौल गर्म, CM ने पुलिस को याद दिलाया कि वो ड्यूटी पर हैं”

मंगलुरु में फिर चला तलवारतंत्र, सरकार ने ‘कड़े निर्देश’ वाला रिमाइंडर सेट किया”

मंगलुरु के बंटवाल तालुका में बजरी उतार रहे दो भाइयों पर मोटरसाइकिल सवार तलवारधारियों ने धावा बोल दिया। एक की मौत, दूसरा अस्पताल में। हत्यारे आराम से भाग निकले, पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच में “व्यस्त” है।

घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के बाहर जनता का आक्रोश, सोशल मीडिया पर न्याय की मांग, और सरकार की तरफ से वही पुराना बयान – “शांति बनाए रखें, जांच जारी है।”

राज्य मंत्री बोले, “यह सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश हो सकती है।” जैसे अब तक सब कुछ सौहार्द में ही चल रहा था।

फिलहाल, दक्षिण कन्नड़ के 5 तालुकों में धारा 144 – यानी अब मारने से पहले परमिशन लेना पड़ेगा?

पिछले हफ्ते एक हिंदुत्व कार्यकर्ता की हत्या और जेल में कैदी पर हमला – ये सब बताता है कि मंगलुरु में अपराधी काफ़ी “क्रिएटिव” हो चुके हैं।

सरकार अलर्ट है, पुलिस सक्रिय है, निर्देश कड़े हैं… बस हत्यारे और दंगाई ज़रा ज़्यादा तेज़ निकले!