अमेरिकी सांसदों ने भारतीय पत्रकार से मारपीट की घटना की निंदा की

अमेरिका के दो सांसदों ने पिछले सप्ताह डलास में ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ के सदस्यों द्वारा एक भारतीय पत्रकार के साथ कथित मारपीट की घटना की निंदा की और कहा कि उसकी रिकॉर्डिंग मिटाना ‘प्रथम संशोधन’ का उल्लंघन है।

यह देश में प्रेस की स्वतंत्रता से जुड़ा कानून है।

भारत और भारतीय अमेरिकियों पर ‘कांग्रेसनल इंडिया कॉकस’ के सह-अध्यक्ष एवं सांसद रो खन्ना ने कहा, ‘‘ मैं इंडिया टुडे समूह के रिपोर्टर रोहित शर्मा के साथ हूं और ‘प्रथम संशोधन’ के प्रति अडिग हूं।’’

खन्ना ने कहा, ‘‘वह निष्पक्ष पत्रकार हैं। उनका फोन छीना जाना, उन्हें धक्का देना और उनकी रिकॉर्डिंग मिटाना अनैतिक और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ विश्वासघात है।’’

अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने भी घटना की निंदा की और कहा कि इस प्रकार का हमला ‘‘पूरी तरह अस्वीकार्य’’ है।

उन्होंने कहा, ‘‘ सुरक्षा कर्मचारियों को यह अवश्य पता होना चाहिए कि अमेरिका में काम करने वाले पत्रकारों को ‘प्रथम संशोधन’ के तहत संरक्षण प्राप्त है चाहे वह किसी भी देश का हो।’’

थानेदार ने कहा कि शर्मा ने कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के साथ ‘‘ऑन-द-रिकॉर्ड साक्षात्कार’’ किया था और साक्षात्कार की विषयवस्तु या अवधि को नियंत्रित करने में सुरक्षा टीम की कोई भूमिका नहीं होती।

नेशनल प्रेस क्लब की अध्यक्ष एमिली विल्किंस ने कहा, ‘‘ उनके पास शर्मा का फोन छीनने या सामग्री को हटाने का कोई अधिकार नहीं है।’’

Share This:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *