विवेक रामास्वामी की Strive का बड़ा कदम

अमेरिकी कारोबारी और पूर्व राष्ट्रपति पद के दावेदार विवेक रामास्वामी की निवेश कंपनी Strive ने बिटकॉइन में निवेश करने वाली हेल्थ टेक कंपनी Semler Scientific को खरीदने का फैसला किया है। यह सौदा पूरी तरह शेयरों के आदान–प्रदान पर आधारित होगा, यानी इसमें नकद लेनदेन नहीं होगा। दोनों कंपनियों के शेयरधारक आपस में हिस्सेदारी बदलकर एक नई साझेदारी बनाएंगे।

Semler Scientific की खासियत
Semler Scientific मेडिकल डायग्नोस्टिक उपकरण बनाती है, लेकिन हाल के समय में इसने अपनी नकदी का बड़ा हिस्सा बिटकॉइन में लगाया है। यही वजह है कि क्रिप्टो निवेशकों की नजरें इस कंपनी पर टिकी रहती हैं। Strive का मानना है कि बिटकॉइन को बैलेंस शीट पर रखने वाली कंपनियों का भविष्य मजबूत है और इसी भरोसे के साथ उसने यह कदम उठाया है।

बाजार पर असर
यह सौदा क्रिप्टो और हेल्थ टेक दोनों सेक्टरों में नई हलचल ला सकता है। निवेशकों को उम्मीद है कि इससे बिटकॉइन को लेकर बाजार का भरोसा बढ़ेगा। साथ ही हेल्थ टेक कंपनियों के लिए भी यह सौदा एक नया रास्ता खोल सकता है, जहां वे अपनी पूंजी को डिजिटल संपत्तियों में लगाकर फायदा उठा सकती हैं।

आगे की प्रक्रिया
अधिग्रहण को मंजूरी के लिए शेयरधारकों और नियामक संस्थाओं की सहमति जरूरी होगी। अब बाजार यह देखना चाहता है कि बिटकॉइन की कीमतों में उतार–चढ़ाव इस नई साझेदारी को किस तरह प्रभावित करेगा।

यह सौदा दिखाता है कि पारंपरिक कारोबार और डिजिटल संपत्ति का रिश्ता अब और गहरा होता जा रहा है। आने वाले समय में वित्तीय दुनिया में पुराने और नए मॉडल मिलकर नए अवसर पैदा कर सकते हैं।