तमिलनाडु में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने अगले 48 घंटों के लिए मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की है। इसके पीछे मुख्य कारण है तेज़ हवाएं, जिनकी गति 35 से 45 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। इसके साथ ही तमिलनाडु के 19 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें अगले दो दिनों में भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है।
चेतावनी जारी किए गए जिले:
आरएमसी के अनुसार, निम्न जिलों में भारी वर्षा होने की आशंका है:
- पश्चिमी और दक्षिणी तमिलनाडु: कोयंबटूर, तिरुपुर, नीलगिरी, मदुरै, इरोड, विरुधुनगर, थेनी, डिंडीगुल, तेनकासी, तिरुनेलवेली, कन्याकुमारी।
- उत्तर और मध्य तमिलनाडु: कृष्णगिरि, रामनाथपुरम, धर्मपुरी, सेलम, नमक्कल, करूर, थूथुकुडी, शिवगंगा।
तटीय तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश का पूर्वानुमान है, लेकिन राज्य के अन्य भागों में 7 नवंबर तक औसत से अधिक वर्षा का अनुमान है। वहीं, 8 से 14 नवंबर तक सामान्य से थोड़ी अधिक वर्षा की संभावना भी जताई गई है।
चक्रवाती गतिविधियां और समुद्री स्थिति
मन्नार की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण कमजोर पड़ा है, लेकिन बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में ऊपरी हवा का संचलन बना हुआ है। दक्षिणी तमिलनाडु तट, मन्नार की खाड़ी और कैमरून क्षेत्र के आसपास हवाएं 55 किलोमीटर प्रति घंटे की गति तक पहुंच सकती हैं। ऐसे में समुद्र में मछुआरों के लिए अत्यधिक जोखिम बना हुआ है।
स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी और सलाह
मौसमी बारिश और जलभराव के कारण तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग ने संक्रामक बीमारियों के बढ़ते ख़तरे को देखते हुए नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। राज्य में जनवरी 2024 से अब तक डेंगू के 18,000 मामले सामने आए हैं, इसलिए विशेष स्वास्थ्य सुरक्षा उपाय भी किए गए हैं।
- स्वास्थ्य शिविर: मानसून के दौरान बीमारी की रोकथाम के लिए पूरे राज्य में स्वास्थ्य शिविर स्थापित किए गए हैं, ताकि डेंगू, मलेरिया, लेप्टोस्पायरोसिस और इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों का समय पर पता लग सके और उचित इलाज दिया जा सके।
- मच्छर नियंत्रण: मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए लोगों को सलाह दी गई है कि अपने घरों और आस-पास के स्थानों में स्थिर पानी जमा न होने दें।
- स्वच्छ पानी का उपयोग: जलजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए केवल उबला हुआ पानी ही पीने का सुझाव दिया गया है।
निष्कर्ष
तमिलनाडु में पूर्वोत्तर मानसून ने भारी वर्षा ला दी है, जिससे मौसम और स्वास्थ्य विभाग दोनों ने लोगों को चेतावनी और आवश्यक निर्देश दिए हैं। इन सावधानियों का पालन करके नागरिक अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं और मौसमी बीमारियों से भी बचाव कर सकते हैं।
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