बरेली में 26 सितम्बर को मौलाना तौक़ीर रज़ा ख़ान की अगुवाई में निकाले गए ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान के दौरान हिंसा भड़क गई। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प में 22 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने मौलाना तौक़ीर रज़ा ख़ान सहित 55 से अधिक लोगों को दंगा करने और सामाजिक वैमनस्य फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
घटना के बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए मौलाना के करीबी नफ़ीस नदीम ख़ान की 74 दुकानों को सील कर दिया। ये दुकानें नगरपालिका की नाली पर अवैध रूप से बनाई गई थीं। इसके अलावा उनके एक और सहयोगी मौलाना मोहसिन रज़ा की संपत्ति को अवैध निर्माण मानकर ध्वस्त कर दिया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीति के तहत दंगे और उपद्रव में शामिल लोगों की अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई जारी है। प्रशासन का कहना है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि कहीं यह हिंसा पहले से रची गई साजिश का हिस्सा तो नहीं थी। गिरफ्तार लोगों से पूछताछ जारी है और जब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच की जा रही है।