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कोर्ट में वकील बोले – ‘डॉन्ट क्रॉस द लिमिट’, जज ने लिया सख्त एक्शन

Jharkhand High Court में 16 अक्टूबर 2025 को एक सुनवाई दौरान वकील Mahesh Tewari और न्यायाधीश Justice Rajesh Kumar के बीच गरमागर्म शब्‍दों का सामना हुआ।

घटना

मामला बिजली कटौती से जुड़ा था — वकील महेश तेवरी अपने मुवक्किल के लिए बहस कर रहे थे, जिनका बिजली संयोजन बकाया बिल के कारण डिस्कनैक्ट हो गया था।

न्यायाधीश ने वकील के बहस करने के अंदाज़ पर सवाल उठाया कि “क्या वकील इस तरह बहस करता है?”

इसके बाद वकील ने कहा:

“मैं अपनी तरह से बहस करूंगा … किसी को अपमानित मत कीजिए … डॉन्ट क्रॉस द लिमिट।”

वहीं वकील ने एक कड़ा बयान भी दिया:

“देश जल रहा है, न्यायपालिका के कारण।”

यह पूरा दृश्य कोर्ट की लाइवस्ट्रीम में रिकॉर्ड हुआ और बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

अदालत की कार्रवाई

इस घटना के तुरंत बाद सदैव एक पांच‑न्यायाधीशीय बेंच गठित की गई जिसमें शामिल थे: चीफ जस्टिस Tarlok Singh Chauhan, न्यायमूर्ति Sujit Narayan Prasad, Rongon Mukhopadhyay, Ananda Sen और Rajesh Shankar

बेंच ने वकील महेश तेवरी को “सचेतन अवमानना” (suo moto contempt) की कार्रवाई के तहत नोटिस जारी किया।

नोटिस में उन्हें तीन सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा गया है।

महत्व और असर

इस घटना ने कोर्टरूम शिष्टाचार एवं वकील‑न्यायाधीश संबंधों पर बहस छेड़ी है — किस हद तक वकील अपने अधिकार का प्रयोग करें और कब यह अदालत के समक्ष अनुचित माना जाए।

वायरल वीडियो ने इसे सार्वजनिक रूप से चर्चा में ला दिया, जिससे न्यायपालिका की छवि‑ और लोकतंत्र में न्यायिक संस्थानों की विश्वसनीयता‑सम्बंधी सवाल उठे हैं।

इस तरह की कार्रवाई यह संकेत देती है कि अदालतें अपने मंच पर शालीनता और अनुशासन की रक्षा करने के लिए सक्रिय हैं।