मेट्रो शहरों से परे अब उभरते शहर कॉरपोरेट कंपनियों के लिए नए केंद्र बनते जा रहे हैं। सोमवार को जारी जेएलएल (JLL) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 10 लाख करोड़ रुपए की इकोनॉमी वाले नौ उभरते शहरों ने मिलकर 70 मिलियन वर्ग फीट ग्रेड-A ऑफिस स्पेस का विकास किया है। साथ ही, इन शहरों में 80 मिलियन वर्ग फीट लॉजिस्टिक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर भी तेजी से विस्तार कर रहा है। यह रुझान कॉरपोरेट कंपनियों के मेट्रो से टियर-2 और टियर-3 शहरों की ओर माइग्रेशन को बढ़ावा दे रहा है।
जयपुर: टूरिज्म से टेक हब की ओर
रिपोर्ट बताती है कि जयपुर, जो पहले पर्यटन, ज्वेलरी और गारमेंट इंडस्ट्री के लिए जाना जाता था, अब एक टेक्नोलॉजी डेस्टिनेशन के रूप में तेजी से उभर रहा है।
इंटरनेशनल एयरपोर्ट
दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे
और मजबूत कोचिंग-टैलेंट इकोसिस्टम
ने इसे IT कंपनियों और स्टार्टअप्स के लिए आकर्षक बनाया है।
इसके साथ ही रेजिडेंशियल, रिटेल और वेयरहाउसिंग सेक्टर भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
लखनऊ: डिफेंस और इंडस्ट्रियल निवेश का केंद्र
लखनऊ ने पिछले कुछ वर्षों में:
डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग
इंडस्ट्रियल निवेश
के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।
रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले 3-4 वर्षों में लखनऊ में मजबूत कॉमर्शियल ऑफिस इंवेंट्री देखने को मिलेगी। स्टेट कैपिटल रीजन की स्थापना शहर को और गति देगी।
कोयंबटूर: सुरक्षित और सक्षम टैलेंट हब
कोयंबटूर, चेन्नई के बाद तमिलनाडु का दूसरा सबसे बड़ा आर्थिक इंजन है।
यह शहर:
मैन्युफैक्चरिंग
टेक सर्विसेज
और महिलाओं के रोजगार के लिए सुरक्षित कार्य वातावरण
के लिए जाना जाता है।
इस कारण यह तेजी से बढ़ते टियर-2 बिजनेस डेस्टिनेशन्स में शामिल है।
कोच्चि: भारत का इंटरनेट गेटवे
कोच्चि लाइव कनेक्टिविटी के मामले में एक रणनीतिक शहर है।
यह शहर:
इंटरनेशनल अंडर-सी केबल सिस्टम को होस्ट करता है
कम ऑपरेशनल लागत पर हाई-स्पीड इंटरनेट प्रदान करता है
इसी वजह से टेक, ITES और डेटा-इंटेंसिव कंपनियों के लिए यह एक मजबूत विकल्प बन रहा है।
भुवनेश्वर: हाई लिवेबिलिटी और स्मार्ट सिटी मॉडल
भुवनेश्वर ने:
स्मार्ट सिटी रैंकिंग
सुरक्षा
और बेहतर शहरी प्रशासन
की वजह से निवेशकों और स्टार्टअप्स को आकर्षित किया है। यह तेजी से देश का तेज प्रगतिशील शहरी मॉडल बनता जा रहा है।
गुवाहाटी: उत्तर-पूर्व का आर्थिक द्वार
गुवाहाटी, पूर्वोत्तर भारत और आसियान ट्रेड कॉरिडोर का मुख्य गेटवे है।
भारतमाला हाईवे
एयरपोर्ट विस्तार
अमिंगांव और चांगसारी लॉजिस्टिक्स पार्क
की वजह से यह क्षेत्र वेयरहाउसिंग और ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स का महत्वपूर्ण हब बन रहा है।
