संसद में कर्मचारियों को ‘राइट टू डिस्कनेक्ट’ देने वाला अहम बिल पेश किया गया है। लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले द्वारा पेश यह बिल उन लोगों के लिए राहत माना जा रहा है जिन्हें ऑफिस के बाद भी ईमेल, कॉल और डिजिटल काम का दबाव झेलना पड़ता है। डिजिटल युग में काम और निजी जीवन की सीमाएं धुंधली हो गई हैं, इसलिए इस कानून को समय की जरूरत माना जा रहा है।
दुनिया के कम से कम 25 देशों में यह नियम पहले से लागू है। यूरोप, लैटिन अमेरिका, एशिया-पैसिफिक और अफ्रीका के कई देशों में कंपनियों को यह सुनिश्चित करने की कानूनी जिम्मेदारी दी गई है कि कर्मचारी ऑफिस के बाहर के समय में काम के दबाव से मुक्त रहें। कई देशों में यह नियम सभी कर्मचारियों पर लागू होता है, जबकि कुछ जगह यह रिमोट वर्कर्स, टेलीवर्कर्स और डिजिटल नोमैड्स के लिए विशेष रूप से बनाया गया है।
फ्रांस इस तरह का कानून अपनाने वाला दुनिया का पहला देश था, जिसने 2017 में राइट टू डिस्कनेक्ट को कानूनी रूप दिया। इसके बाद बेल्जियम ने 2022 में 20 से अधिक कर्मचारियों वाली कंपनियों के लिए डिस्कनेक्शन पॉलिसी अनिवार्य की। इटली ने 2017 में स्मार्ट-वर्किंग अरेंजमेंट के लिए यह नियम बनाया और हर रिमोट वर्क कॉन्ट्रैक्ट में आराम और डिस्कनेक्शन को स्पष्ट करना जरूरी किया।
स्पेन ने 2018 से 2020 के बीच इसे लागू किया, जबकि पुर्तगाल ने 2021 में दुनिया के सबसे सख्त डिस्कनेक्शन कानून में से एक अपनाया। ग्रीस ने भी 2021 में टेलीवर्कर्स को छुट्टियों और ऑफिस के बाद के समय में डिजिटल रूप से मुक्त रहने का अधिकार दिया। लक्जमबर्ग, स्लोवाकिया, क्रोएशिया और स्लोवेनिया ने भी 2021 से 2024 के बीच अपने कानूनों में ऐसे नियम जोड़े।
फिनलैंड और नीदरलैंड्स में अनुबंध आधारित सुरक्षा दी गई है, जबकि जर्मनी पब्लिक सेक्टर सहित कई इंडस्ट्रीज में कानूनी रूप से बाध्यकारी नियम लागू करता है।
लैटिन अमेरिका भी इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ा है। अर्जेंटीना ने 2021, चिली ने 2023 और मेक्सिको ने 2021 में इसे अपने श्रम कानूनों में शामिल किया। ब्राजील, कोलंबिया, पेरू और ऑस्ट्रेलिया ने भी 2022 से 2024 के बीच ऐसे नियम बनाए। एशिया में फिलीपींस, कजाकिस्तान और थाईलैंड ने यह अधिकार दिया है, जबकि अफ्रीका में केन्या और मोजाम्बिक में 2022 में ऐसे कानून लागू हुए।
भारत में पेश किया गया यह बिल कर्मचारियों को मानसिक राहत देने और कार्य-जीवन संतुलन सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
