भारतीय सेना के उप सेना प्रमुख पद पर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी की नियुक्ति थी, लेकिन अब वे सेनाध्यक्ष बन गए हैं। उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि लेंगे, जो 30 जून को अपना कार्यभार संभालेंगे।
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी के 30 जून को नए सेनाध्यक्ष के तौर पर कार्यभार संभालने के साथ ही सेना की महत्वपूर्ण कमांड्स में भी कई बदलाव होने जा रहे हैं। मौजूदा आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे को दिया गया एक महीने का विस्तार 30 जून को खत्म हो रहा है, और इसके साथ ही लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी 30वें सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि, जो वर्तमान में थलसेना की मध्य कमान का नेतृत्व कर रहे हैं, नए उप सेना प्रमुख होंगे। उप सेना प्रमुख की नियुक्ति सेना मुख्यालय में सबसे महत्वपूर्ण नियुक्तियों में से एक होती है, क्योंकि वह आधुनिकीकरण और स्वदेशीकरण सहित बल के कई महत्वपूर्ण कार्यों को देखता है। सुब्रमणि को इस पद पर नियुक्त करते समय सरकार ने वरिष्ठता के सिद्धांत का पालन किया है। उनका 37 वर्ष से अधिक का एक प्रतिष्ठित सैन्य करियर रहा है, जिसमें वे 1985 में गढ़वाल राइफल्स में नियुक्त हुए थे।
इसके अलावा, पूर्व 14 कोर कमांडर और नॉर्दन कमांड के वर्तमान चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता लखनऊ में सेंट्रल आर्मी कमांडर का पदभार संभाल सकते हैं। सेंट्रल कमांड को लड़ाकू कमान में तब्दील कर दिया गया है, और मथुरा स्थित 1 कोर, जो देश की चीन पर केंद्रित एक स्ट्राइक कोर है, भी इसके तहत है। इसमें एक प्रशासनिक बदलाव भी किया जा रहा है, जिसमें हेडक्वॉर्टर उत्तर भारत को 18 कोर में बदला जा रहा है।
लेह स्थित 14वीं कोर (फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स) को भी नया कमांडर मिल सकता है। मौजूदा लेफ्टिनेंट जनरल रशिम बाली पहले ही नए सैन्य सचिव के रूप में सेना मुख्यालय में पदभार संभाल चुके हैं। उनके स्थान पर मेजर जनरल हितेश भल्ला 01 जुलाई 2024 से फायर एंड फ्यूरी कोर का नेतृत्व करेंगे और लेफ्टिनेंट जनरल रशिम बाली की जगह लेंगे।
इसके अतिरिक्त, अंबाला स्थित 2 स्ट्राइक कोर को भी नया कोर कमांडर मिलने जा रहा है। लेफ्टिनेंट जनरल राजेश पुष्कर 2 स्ट्राइक कोर के जीओसी का पदभार संभाल सकते हैं। 30 जून से पहले इन नियुक्तियों को लेकर आधिकारिक घोषणा की जा सकती है।