भारत ने ‘जोरावर’ नामक स्वदेशी हल्के टैंक का प्रारंभिक परीक्षण किया है, जिसे मुख्य रूप से चीन के साथ लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सेना की समग्र युद्ध क्षमताओं को बढ़ाने के लिए विकसित किया जा रहा है। सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और ‘एलएंडटी डिफेंस’ विमान से ले जाए जाने योग्य 25 टन वजनी टैंक विकसित कर रहे हैं, जिसे मुख्य रूप से चीन के साथ लगी सीमा पर तेजी से तैनाती के लिए डिजाइन किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, महत्वाकांक्षी परियोजना को मंजूरी मिलने के दो साल से भी कम समय बाद, टैंक का प्रारंभिक परीक्षण गुजरात के हजीरा में किया गया।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना 350 से अधिक हल्के टैंकों की तैनाती पर विचार कर रही है, जिनमें से अधिकतर को पहाड़ी सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।