केंद्र सरकार के ‘सुगम्य भारत’ मोबाइल ऐप की 2021 में शुरुआत होने के बाद से अब तक इसमें सुलभता से जुड़ी 1,400 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुईं हैं जिनमें से लगभग 75 प्रतिशत शिकायतों का निपटारा किया जा चुका है। आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
‘सुगम्य भारत’ ऐप दिव्यांगजनों और बुजुर्गों की सहायता के लिए बनाया गया है और इसके जरिए उपयोगकर्ता सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, परिवहन और भवनों में सुलभता संबंधी समस्याओं की शिकायतों के लिए फोटो अपलोड कर सकते हैं।
‘पीटीआई-भाषा’ की ओर से सूचना का अधिकार (आरटीआई) अर्जी दायर की गई थी जिस पर प्राप्त जवाब में यह पता चला कि 2021 से 2024 के बीच ऐप पर 1,441 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 1,081 मामलों को संबंधित प्राधिकारियों को भेजकर उनका समाधान किया गया।
आरटीआई पर प्राप्त जवाब से पता चला कि 2021-22 की अवधि में 647 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 567 का समाधान किया गया। अगले वर्ष, 530 शिकायतें दर्ज की गईं और 391 का समाधान किया गया। ऐप में 2023-24 में 264 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें 123 का समाधान किया गया।
ऐप की कार्यक्षमता को और बेहतर बनाने के लिए सरकार ने ऐप को पुनः डिजाइन करने तथा इसमें कृत्रिम मेधा (एआई) विशेषताएं शामिल करने की योजना बनाई है।
‘दिव्यांगजन मामलों’ के विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्नत सुगम्य भारत ऐप दिव्यांगजनों के लिए एक व्यापक मंच बनेगा जिसमें एआई संचालित चैटबॉट होगा।
दिव्यांगजन अधिकार कार्यकर्ता डॉ. सतेंद्र सिंह ने कहा कि ऐप के पुराने संस्करणों में तकनीकी सीमाएं थीं, खास तौर पर दृष्टिबाधित लोगों के लिए।
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक कमी थी, लेकिन वे इसे दूर करने के प्रयास कर रहे हैं।