वॉशिंगटन/नई दिल्ली: अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक रिश्तों में अचानक बड़ा झटका देखने को मिला है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है। ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के संबंध “ठीक नहीं चल रहे हैं” और उन्होंने भारत पर 1 अगस्त से जुर्माना लागू करने की भी चेतावनी दी है।
यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब माना जा रहा था कि भारत-अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर कोई सुलह या व्यापारिक डील जल्द सामने आ सकती है। लेकिन ट्रंप के इस फैसले ने उन संभावनाओं पर फिलहाल ब्रेक लगा दिया है।
क्यों लगाया गया टैरिफ?
व्हाइट हाउस सूत्रों के मुताबिक, ट्रंप भारत के साथ चल रही ट्रेड डील की प्रगति से खुश नहीं हैं। अमेरिकी प्रशासन का कहना है कि भारत के रुख से ट्रंप “बेहद हताश” हैं। उनका मानना है कि टैरिफ का दबाव डालकर शायद भारत को व्यापारिक वार्ता में लचीलापन दिखाने को मजबूर किया जा सकता है।
“यह फाइनल नहीं है”
हालांकि ट्रंप के इस बयान के 24 घंटे के भीतर ही एक नरम रुख भी देखने को मिला। उन्होंने साफ किया कि यह फैसला अंतिम नहीं है और भारत के साथ ट्रेड डील पर बातचीत अब भी जारी है। इससे संकेत मिलते हैं कि टैरिफ लगाने का फैसला एक रणनीतिक दांव भी हो सकता है, जिससे बातचीत में अमेरिका की स्थिति मजबूत हो।
आगे क्या?
अब निगाहें भारत सरकार की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला न सिर्फ भारत-अमेरिका व्यापार पर असर डालेगा, बल्कि भविष्य के कूटनीतिक समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत इस चुनौतीपूर्ण स्थिति से कैसे निपटता है।
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