ग़ज़ा संकट पर ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी का संयुक्त बयान: तत्काल युद्धविराम और मानवीय राहत की मांग

लंदन/पेरिस/बर्लिन, 25 जुलाई — ग़ज़ा में भुखमरी और मानवीय संकट की गंभीर स्थिति को देखते हुए ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने एक संयुक्त बयान जारी कर सभी पक्षों से तत्काल युद्धविराम की अपील की है। तीनों देशों ने कहा कि हमास के पास मौजूद बंधकों की बिना शर्त रिहाई से पहले भी युद्धविराम आवश्यक है ताकि आम नागरिकों तक भोजन और पानी जैसी ज़रूरी सहायता पहुँच सके।

बयान में स्पष्ट रूप से कहा गया है:> “नागरिकों की भोजन और पानी की ज़रूरत को बिना किसी देरी के पूरी किया जाना चाहिए।”तीनों देशों ने इसराइल से आग्रह किया है कि वह संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवीय संगठनों को ग़ज़ा में तत्काल सहायता कार्य की अनुमति दे।

बयान में ज़ोर दिया गया कि> “इसराइल को अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता क़ानून के तहत अपने दायित्वों का पालन करना चाहिए।”🔻 हमास के खिलाफ कड़ा रुखसंयुक्त बयान में तीनों देशों ने यह भी स्पष्ट किया कि ग़ज़ा के भविष्य में हमास की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए।> “हमास का निरस्त्रीकरण अनिवार्य है,” – यह कहते हुए तीनों देशों ने ग़ज़ा के अगले चरण की योजना पर काम करने की प्रतिबद्धता जताई, जिसमें1.

इसराइली सेना की वापसी,2. हमास नेतृत्व का हटाया जाना,3. और एक स्थायी राजनीतिक समाधान की दिशा में पहल शामिल है।🕊️ राजनयिक हल की कोशिशइस संयुक्त बयान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से मानवीय संकट को प्राथमिकता देने और दीर्घकालिक शांति के लिए दबाव बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।

यह बयान ऐसे समय में आया है जब ग़ज़ा में हज़ारों लोग भोजन और दवाओं की भारी कमी से जूझ रहे हैं और संघर्ष जारी है।—यदि आप चाहें तो मैं इसका टीवी रिपोर्ट, सोशल मीडिया पोस्ट या इंटरव्यू फॉर्मेट भी बना सकता हूँ।