चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ आज टकराएगा आंध्र तट से, 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार

नई दिल्ली / विशाखापट्टनम
चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ (Cyclone Montha) तेजी से आंध्र प्रदेश के तटों की ओर बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने जानकारी दी है कि मंगलवार शाम को यह तूफान काकिनाड़ा के नजदीक, मछलीपट्टनम और कालिंगपट्टनम के बीच समुद्री तट से टकराएगा।

सुबह 9:30 बजे जारी अपडेट में आईएमडी ने बताया कि पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में बना यह सिस्टम पिछले छह घंटों में 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपश्चिम दिशा में बढ़ा है और अब यह गंभीर चक्रवाती तूफान (Severe Cyclonic Storm) बन चुका है। हवा की रफ्तार 90–100 किमी प्रति घंटा रहने की संभावना है, जबकि झोंके 110 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकते हैं।

NDRF की तैनाती और एहतियात

सरकार ने आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पुडुचेरी, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ में 22 NDRF टीमें तैनात की हैं।
रेलवे ने अगले दो दिनों के लिए 100 से अधिक ट्रेनें रद्द की हैं। तटीय जिलों में स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए हैं और निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।

वहीं, फ्लाइट ऑपरेशनों पर भी असर पड़ा है — कई उड़ानें एहतियातन रद्द की गई हैं।

आंध्र प्रदेश को सबसे ज्यादा खतरा

आईएमडी के महानिदेशक डॉ. एम. मोहापात्रा ने बताया कि तट से टकराने के बाद मोंथा की गति थोड़ी धीमी होगी और यह ओडिशा की ओर बढ़ेगा।
सबसे अधिक असर आंध्र प्रदेश, फिर ओडिशा और उसके बाद छत्तीसगढ़ में देखने को मिलेगा।
28 से 30 अक्टूबर तक इन राज्यों में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है।

लोगों को घर में रहने की सलाह

तटीय इलाकों में राहत शिविर बनाए गए हैं। समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं, इसलिए मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।
सभी बीच (Beach) और पर्यटन स्थलों को फिलहाल बंद कर दिया गया है।

ओडिशा सरकार ने संवेदनशील इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। आठ दक्षिणी जिलों में रेड अलर्ट जारी है और हल्की बारिश शुरू हो चुकी है।
यदि तूफान का रास्ता बदलता है तो प्रशासन तुरंत कार्रवाई करेगा।