भारत-पाकिस्तान के बीच कश्मीर पर बयानबाजी तेज़: विदेश मंत्री ने पाकिस्तान-आधिकृत कश्मीर को भारत का हिस्सा बताया

4 अक्टूबर 2025 को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान-आधिकृत कश्मीर (PoK) को भारत का अभिन्न हिस्सा बताते हुए यह कहा कि यह क्षेत्र अंततः भारत को लौटेगा। उन्होंने 2019 में धारा 370 के निरसन के बाद संसद में पारित प्रस्ताव का भी जिक्र किया, जो इस मामले में भारत के राष्ट्रीय संकल्प को मजबूती से स्थापित करता है।

जयशंकर के इस बयान से पहले, पिछले सप्ताह सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख ए. पी. सिंह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी समान विचार व्यक्त कर चुके थे। इन सभी नेताओं के बयान पाकिस्तान के साथ भारत के कश्मीर के मामले पर चल रहे विवादों को और गरमा रहे हैं।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स (ISPR) ने भारतीय नेताओं के बयानों को भड़काऊ करार दिया। पाकिस्तान ने चेतावनी दी कि अगर स्थिति और बिगड़ी तो वह बिना किसी दया के त्वरित और निर्णायक सैन्य कार्रवाई करेगा, और उसने मई 2025 में हुए संकट का उदाहरण दिया, जब दोनों देशों के बीच तनाव उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।

यह बयानबाजी भारत और पाकिस्तान के बीच 1947 के विभाजन से चले आ रहे कश्मीर विवाद को और भी प्रमुख बना देती है। दोनों देशों ने आपसी संवाद की आवश्यकता को बार-बार स्वीकार किया है, लेकिन वर्तमान में यह विवाद कहीं अधिक संवेदनशील और खतरनाक हो गया है।

इस विवाद का समाधान अब भी दोनों देशों के लिए चुनौती बना हुआ है, और इसके प्रभावों से पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है।