लोकसभा अध्यक्ष पद पर राजनीतिक गतिरोध: राहुल गांधी की कड़ी शर्त

नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर राजनीतिक गलियारों में चल रहे सस्पेंस और ड्रामे के बीच एनडीए ने साफ कर दिया है कि ओम बिरला लोकसभा के नए अध्यक्ष बनेंगे। वहीं, राहुल गांधी ने स्पष्ट किया है कि विपक्ष तभी बीजेपी का समर्थन करेगा जब डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिलेगा।

राहुल गांधी ने कहा, “पूरे विपक्ष ने कहा है कि हम स्पीकर को सपोर्ट करेंगे, लेकिन डेप्युटी स्पीकर विपक्ष को मिलना चाहिए।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राजनाथ सिंह ने खरगे जी को फोन करने का वादा किया था, लेकिन अभी तक कोई संपर्क नहीं किया गया है।

अखिलेश यादव ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए कहा, “लोकसभा अध्यक्ष बीजेपी का हो लेकिन उपाध्यक्ष हमारा होना चाहिए।” विपक्ष ने राजनाथ सिंह के जरिए उपाध्यक्ष पद की मांग रखी है, हालांकि, सिंह ने इस पर कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया है।

बताया जा रहा है कि लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद के चुनाव को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष में सहमति नहीं बनी है। एनडीए के स्पीकर उम्मीदवार का नामांकन आज दाखिल कर दिया जाएगा। आरजेडी लीडर और सांसद मनोज झा ने कहा, “लोकसभा का डेप्युटी स्पीकर विपक्ष का होना चाहिए। हमने सरकार के सामने अपनी मांग रख दी है।”

अगर ओम बिरला अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करते हैं तो सबसे लंबे समय तक लोकसभा अध्यक्ष बने रहने का रिकॉर्ड बना देंगे। इससे पहले एम ए अयंगर, गुरुदयाल सिंह ढिल्लो और बलराम जाखड़ ने लोकसभा अध्यक्ष के रूप में लंबे कार्यकाल निभाए हैं।

विपक्ष ने भी यह साफ कर दिया है कि अगर एनडीए डिप्टी स्पीकर का पद नहीं देती है तो वे उपाध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार चुनाव में उतारेंगे। इससे चुनावी माहौल में गहमागहमी और बढ़ गई है और इसके हर अपडेट पर नजर रखी जा रही है।

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