उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में एक भीषण दुर्घटना में 14 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा शनिवार को रैतोली के पास हुआ, जब चोपता घूमने जा रहे पर्यटकों से भरा एक टेम्पो ट्रैवलर अनियंत्रित होकर अलकनंदा नदी में गिर गया। वाहन में कुल 23 यात्री सवार थे।
दुर्घटना का विवरण
सूत्रों के अनुसार, हादसा ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे पर हुआ। टेम्पो ट्रैवलर सड़क से लगभग 500 मीटर नीचे नदी में जा गिरा। इस दुर्घटना में सड़क किनारे खड़े लोगों को भी चोटें आई हैं। उत्तराखंड की स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) ने विषम परिस्थितियों में राहत और बचाव कार्य करते हुए शवों और घायलों को बाहर निकाला। एसडीआरएफ के जवानों ने बताया कि एक महिला गाड़ी से छिटककर लगभग 80 मीटर नीचे झाड़ियों में फंसी थी, जिसे सुरक्षित निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया।
सरकारी सहायता और प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिवारों के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे को हृदय विदारक बताते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
स्थानीय प्रशासन और अधिकारी
गढ़वाल के पुलिस महानिरीक्षक के एस नगन्याल ने बताया कि हादसे का शिकार हुए पर्यटक दिल्ली के निवासी थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना को अत्यंत पीड़ादायक बताते हुए जिला मजिस्ट्रेट को दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल सात व्यक्तियों को हेलीकॉप्टर एंबुलेंस के जरिए एम्स-ऋषिकेश में भर्ती कराया है।
संवेदनाएं और प्रार्थनाएं
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति गहन संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। मुख्यमंत्री धामी ने भी एम्स-ऋषिकेश पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना और चिकित्सकों से उनके इलाज की जानकारी ली। उन्होंने घायलों के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
दुर्घटनाओं पर नियंत्रण
मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेश में वाहन दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि पूर्वाह्न करीब 11 बजे हुए इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।